अब जमैटो नहीं बनेगा पेमेंट एग्रीगेटर, सरेंडर कर दिया मोबाइल…- भारत संपर्क


जोमैटो ने पेमेंट एग्रीगेटर का लाइसेंस सरेंडर कर दिया है.
देश की टॉप फूड एग्रीगेटर कंपनी जोमैटो ने बड़ा ही चौंकाने वाला फैसला लिया है. फूड डिलिवरी करने वाली जोकैटो की सहायक कंपनी जोमैटो पेमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने अपने पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस को सरेंडर कर दिया है. ये लाइसेंस कंपनी को हाल ही में आरबीआई की ओा से मिला था. इस फैसले के बाद कंपनी के 39 करोड़ रुपए बर्बाद हो सकते हैं. जो उसने जेडपीपीएल में निवेश के तौर पर डाले थे. वैसे जेडपीपीएल ने ये साफ कहा है कि पेमेंट एग्रीगेटर के अलावा वो बाकी काम जारी रखेगी. सोमवार को कंपनी के शेयर में करीब 4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी. आइए आपको भी इस खबर के बारे में विस्तार से जानकारी देने की कोशिश करते हैं.
क्यों सरेंडर किया लाइसेंस
ऑनलाइन ऑर्डर लेकर खाना पहुंचाने वाली कंपनी जोमैटो ने सोमवार को शेयर बाजार को जानकारी देते हुए कहा कि उसकी सहायक कंपनी जोमैटो पेमेंट प्राइवेट लिमिटेड (जेडपीपीएल) ने भारतीय रिजर्व बैंक से मिले लाइसेंस को स्वेच्छा से छोड़ने का फैसला किया है. यह प्रमाणपत्र ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में काम करने की अनुमति देता है. जोमैटो ने शेयर बाजार को बताया कि जोमैटो में, हम खुद को पेमेंट सेक्टर में काबिज प्लेटफॉर्म्स के मुकाबले कोई उल्लेखनीय प्रतिस्पर्धात्मक लाभ हासिल करते हुए नहीं देखते हैं. इसलिए इस स्तर पर पेमेंट सेक्टर में हमें व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य व्यवसाय की उम्मीद नहीं है. कंपनी को 24 जनवरी, 2024 से ऑनलाइन भुगतान एग्रीगेटर के रूप में काम करने के लिए केंद्रीय बैंक से लाइसेंस मिला था.
शेयर में गिरावट
शेयर बाजार में दी जानकारी के बाद जोमैटो के शेयर में सोमवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली. बीएसई से मिले आंकड़ों के अनुसार कंपनी का शेयर 3.82 फीसदी की गिरावट के साथ 193.70 रुपए पर बंद हुआ था. वैसे कारोबारी सत्र के दौरान कंपनी का शेयर 186.90 रुपए के साथ दिन के लोअर लेवल पर भी पहुंच गया था. वैसे जब बाजार ओपन हुआ था तो कंपनी के शेयर में मामूली तेजी देखने को मिली थी. अगर बात मौजूदा साल की बात करें तो जोमैटो के शेयर ने निवेशकों करीब 58 फीसदी की कमाई कराई है. वहीं बीते एक बरस में निवेशकों की कमाई 208 फीसदी से ज्यादा देखने को मिली है.