हे भगवान! डॉक्टर ने 13 साल की बेटी से करवाई सर्जरी, उसने मरीज की खोपड़ी में कर दिया…


मरीज का ऑपरेशन करते सर्जन (सांकेतिक तस्वीर)Image Credit source: skaman306/Moment/Getty Images
यह घटना बेहद चिंताजनक और चौंका देने वाली है. किसी सर्जन द्वारा अपनी 13 साल की बेटी से इमरजेंसी सर्जरी करवाना न केवल मरीज की जान के साथ खिलवाड़ है, बल्कि मेडिकल एथिक्स और पेशेवर जिम्मेदारियों का भी उल्लंघन है.
ओडिटी सेंट्रल की रिपोर्ट के अनुसार, चौंकाने वाली यह घटना ऑस्ट्रिया की है, जहां एक न्यूरोसर्जन ने मरीज के ऑपरेशन के दौरान अपनी बेटी से उसकी खोपड़ी में ड्रिल करके छेद बनाने को कहा, जिससे मरीज की हालत और खराब हो गई. अस्पताल प्रबंधन ने डॉक्टर को नौकरी से निकाल दिया है और अब मरीज कानूनी रूप से हर्जाना मांग रहा है.
यह मामला जनवरी का है. 33 साल के व्यक्ति को वानिकी में एक एक्सीडेंट के बाद ऑस्ट्रिया के ग्राज यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल लाया गया, जहां उसकी इमरजेंसी सर्जरी की गई. हालांकि, जिस फीमेल न्यूरोसर्जन को यह सर्जरी करनी थी, उसने अपनी बेटी से मरीज की खोपड़ी में ड्रिल करवा दिया.
रिपोर्ट के मुताबिक, सर्जरी के दौरान बेटी ऑपरेशन थिएटर में मौजूद रही, लेकिन इसका खुलासा अप्रैल में हुआ. अस्पताल प्रबंधन को महिला सर्जन के खिलाफ गुप्त शिकायत मिली थी. बताया जा रहा है कि तब सर्जरी कामयाब होने की बात की गई थी, लेकिन अब मरीज काम पर जाने में असमर्थ है.
पीटर फ्रीबर्गर नाम के मरीज ने अब हर्जाने के लिए मुकदमा दायर करने की बात कही है. ट्रॉमा सर्जरी एक्सपर्ट मैनफ्रेड बोगनर ने बताया कि खोपड़ी में छेद करने के लिए खास तरह की ड्रिल होती है, जिसे कोई अनुभवी सर्जन ही अंजाम दे सकता है. यह किसी भी बच्चे से नहीं कराई जा सकती. उन्होंने कहा कि न्यूरोसर्जन की हरकत समझ से परे है.