नामांकन के आखरी दिन रतनपुर में दिग्गजों ने किया बगावत, कई…- भारत संपर्क
यूनुस मेमन
रतनपुर में भी प्रत्याशियो के नाम के ऐलान के बाद से दोनों ही पार्टियों में घमासान मचा हुआ है। भाजपा- कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी के बड़े नेताओं में असंतोष है, जिन्होंने इस चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ताल ठोकते हुए मैदान में उतरकर दोनों ही पार्टी के लिए मुश्किले खड़ी कर दी है। नामांकन के आखिरी दिन दिग्गजों ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दर्ज किया।
धार्मिक नगरी रतनपुर में कांग्रेस पार्टी द्वारा शीतल जायसवाल को अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाए जाने पर पार्टी में असंतोष बढ़ गया है। पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि रतनपुर में कई वरिष्ठ और समर्पित कार्यकर्ता हैं, जिन्हें यह मौका दिया जा सकता था। शीतल जायसवाल, जो पूर्व में वार्ड क्रमांक 4 से पार्षद चुनाव में सर्वाधिक वोटो से हार का सामना क़र चुके हैं और चयन प्रकिया मे स्थानीय या ब्लॉक वरिष्ठ नेताओं की सहमति नहीं ली गई,है जिससे असंतोष और बढ़ गया है।जिसके चलते ब्लाक अध्यक्ष रमेश सूर्या ने निर्दयलीय प्रत्याशी के रूप मे आज नामांकल दाखिल किया है। राजनैतिक जानकारों का भी मानना है कि इस विवाद के चलते कांग्रेस को चुनावी मैदान में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। स्थानीय कार्यकर्ताओं की नाराजगी से पार्टी की राह आसान नहीं दिख रही और जिसका खामियाजा कांग्रेस पार्टी को हार के रुप मे उठाना पड़ सकता है।
इसी तरह नाराजगी जाहिर करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष दामोदर सिंह छत्री ने भी नगर वासियो की सेवा करने के एलान के साथ निर्दलीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया है,
इस चुनाव में भाजपा की भी राह भी आसन होती नहीं दिख रही है। भाजपा ने लव कुश को अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी चुना है जिसे भाजपा के वरिष्ठ नेता ही खारिज कर रहे है , जिसके चलते नगर पालिका उपाध्यक्ष कन्हैया यादव ने आज निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया है । कन्हैया यादव का कहना है कि हमें जनता का आशीर्वाद प्राप्त है और जनता के कहने पर ही मैं चुनाव लड़ रहा हूं। कांग्रेस और भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों के साथ इन दिग्गजों के भी मैदान में होने से जहां मुकाबला कड़ा हुआ है तो वही दोनों ही प्रमुख दलों की साख भी दांव पर है।
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