ठेका कर्मी करंट की चपेट में आए, मौत के बाद आक्रोश, ग्रामीणों…- भारत संपर्क
ठेका कर्मी करंट की चपेट में आए, मौत के बाद आक्रोश, ग्रामीणों ने 7 नंबर गेट किया बंद, मृतक परिवार से एक व्यक्ति को नौकरी, 16 लाख की सहायता
कोरबा। एसईसीएल गेवरा परियोजना में बुधवार को करंट प्रवाहित केबल की चपेट में आकर एक ठेका कर्मी की मौत के बाद मामला गरमा गया है। मृतक के परिजन और ग्रामीण मुआवजे की मांग को लेकर आक्रोशित हैं। गुरुवार सुबह बड़ी संख्या में लोग गेवरा खदान के श्रमिक चौक के सामने एकत्र हुए और विरोध प्रदर्शन करते हुए गेट को बंद कर दिया। वही जानकारी के अनुसार, गेवरा खदान में कार्यरत नागार्जुन कंपनी के अधीन ठेका कर्मी हीरालाल (35 वर्ष), निवासी बिंझरी का बुधवार दोपहर लगभग 3.30 बजे 6.6 केवी के केबल को बारिश से बचाने कन्वेयर बेल्ट से ढंक रहा था, तभी करंट की चपेट में आ गया। वही सहकर्मियों द्वारा तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वही मृतक तीन वर्षों से इस कंपनी में इलेक्ट्रीशियन के पद पर कार्यरत था और तीन बेटियों का पिता था। हीरालाल अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। इस घटना के बाद मृतक के गांव और खदान क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है। वही गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने श्रमिक चौक को बंद कर दिया और धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों की मांग था। कि मृतक के परिवार को पर्याप्त मुआवजा, स्थायी नौकरी और सुरक्षा चूक की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। वहीं दीपिका थाना प्रभारी प्रेमचंद साहू ने कहा कि पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और आगे की जांच जारी है। वहीं सूत्रों की माने तो समझौता में यह तय हुआ है कि कंपनी मृतकों के परिजनों को 1 लाख रुपए नगद राशि व 15 लाख रुपए का चेक और किसी एक सदस्य को कंपनी नौकरी देगी। इस निर्णय के साथ ही प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन समाप्त किया है।