आर्थिक संकट में उलझा पाकिस्तान, चुनाव प्रचार में नवाज शरीफ ने पहनी 1 लाख की टोपी,…
चुनाव प्रचार के दौरान चर्चा में आई शरीफ की महंगी टोपी (ANI)
गहरे आर्थिक संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान में चुनाव प्रचार जारी है और अगले महीने 8 फरवरी को यहां पर वोटिंग कराई जाएगी. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ इस बार के चुनाव के केंद्र में हैं और माना जा रहा है कि वह देश के अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं. हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान सीनियर शरीफ अचानक से चर्चा में आ गए. चर्चा की वजह रही उनकी एक लाख रुपये की टोपी.
नवाज शरीफ की महंगी टोपी को लेकर पाकिस्तान की सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री ने पंजाब प्रांत के जिले ननकाना साहिब में अपनी हालिया रैली के दौरान एक लाख पाकिस्तानी रुपये (pkr) से अधिक मूल्य की गुच्ची (Gucci) टोपी पहन रखी थी. शरीफ की पहनी गई यह टोपी सिर्फ महंगी होने की वजह से ही लोगों में चर्चा का विषय नहीं बनी रही बल्कि टोपी के किनारे लगी धारियां इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के झंडे से मिलती-जुलती दिख रही थी. कई लोगों ने टोपी पर धारियों के रंग की ओर भी इशारा किया था.
गरीबी से जूझ रही जनता, शरीफ की महंगी टोपी
नवाज शरीफ की गुच्ची कंपनी की महंगी टोपी की अप्रत्याशित कीमत को बताने के लिए लिए सोशल मीडिया पर लोगों ने कीमत की रसीद और इनवाइस भी दिखाया. शरीफ द्वारा पहनी गई एक लाख की टोपी पाकिस्तान में विवाद का विषय बन गई क्योंकि देश एक ओर ईंधन, बिजली और भोजन जैसी बुनियादी सुविधाओं की आसमान छूती कीमतों की वजह से आर्थिक संकट से जूझ रहा है. वहीं नवाज शरीफ जैसे नेता अप्रत्याशित महंगी चीजों के साथ वोट पाने के लिए चुनावी प्रचार में जुटे हैं.
वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना महामारी के बाद पाकिस्तान की मजबूत रिकवरी वित्त वर्ष 2023 में बड़े संचित आर्थिक असंतुलन की वजह से रुक गई, घरेलू तथा बाहरी आर्थिक झटकों की एक सीरीज आने की वजह से समायोजन नीति को वापस लेने में लगातार देरी होती चली गई. ग्लोबल कमोडिटी कीमतों में लगातार बढ़ोतरी, वैश्विक मौद्रिक सख्ती, पिछले दिनों आई विनाशकारी बाढ़ और घरेलू राजनीतिक अनिश्चितता के बीच घरेलू कीमतों, बाहरी और राजकोषीय संतुलन, विनिमय दर और विदेशी मुद्रा भंडार पर खासा दबाव बढ़ गया है.
इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि वेतन और नौकरी की गुणवत्ता में गिरावट के साथ-साथ मुद्रास्फीति काफी बढ़ गई है जिससे गरीबी बढ़ी है, गरीबों की क्रय शक्ति तेजी से नीचे गिरी है.
शरीफ की पार्टी का सस्ती बिजली का वादा
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इस तरह के विवाद में घिरे हैं. पिछले साल 2023 में, लंदन के महंगे हैरोड्स डिपार्टमेंट स्टोर में खरीदारी के दौरान नवाज शरीफ का सामना एक पाकिस्तानी महिला से हुआ था.
आम चुनावों से पहले, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) प्रमुख नवाज शरीफ, जो लंदन में 4 साल के स्वनिर्वासन में रह रहे थे, अक्टूबर 2023 में अपने देश लौटे, ने पिछले हफ्ते शनिवार को पार्टी के चुनाव घोषणापत्र का अनावरण किया. घोषणापत्र में शरीफ ने सस्ती बिजली देने का वादा किया गया है. साथ ही बिजली बिल में 20 से 30 फीसदी की कटौती भी वादा किया गया है.