ऐसे जाल में फंस गया पाकिस्तान कि शहबाज सरकार को उधारी का पैसा भी करना पड़ा कुर्बान |… – भारत संपर्क


शहबाज शरीफImage Credit source: Social Media
पाकिस्तान इस वक्त गहरी आर्थिक और राजनीतिक संकट से गुजर रहा है. कभी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री सऊदी अरब से पैसा मांग रहे हैं तो कभी IMF से लोन लेना पढ़ रहा है. देश में महंगाई इस कदर बढ़ गई है कि हर प्रांत में प्रदर्शन देखने मिल रहे हैं. पाकिस्तान के कश्मीर में महंगाई को लेकर हो रहे प्रोटेस्ट में हुई हिंसा में करीब 1 पुलिस कर्मी की मौत और 90 लोग घायल हुए हैं. इस प्रदर्शन को रोकने के लिए पाकिस्तान के PM ने पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के लिए एक स्पेशल पैकेज जारी किया है. हाल ही में IMF ने पाकिस्तान को आर्थिक संकट से उभरने के लिए 1.1 बिलियन का लोन दिया था.
कश्मीर में पिछले कई दिनों से जम्मू कश्मीर संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी (JAAC) बिजली की दरों में कमी, आटे पर सब्सिडी आदी के लिए प्रदर्शन कर रही है. प्रदर्शन को बढ़ता देख शहबाज सरकार ने बड़ा कदम उठाया है, पीएम ने पाक प्रशासित कश्मीर के लिए करीब 8.5 करोड़ डॉलर का सहायता पैकेज देने का एलान किया है. आर्थिक संकट से झूंज रही पाक सरकार पर इस रकम का सीधे बोज पड़ता दिख रहा है, क्योंकि हाल ही में IMF से आर्थिक संकट से उभरने के लिए उसे लोन मिला है और अब उसको प्रदर्शनों को रोकने के लिए पैसा खर्च करना पड़ रहा है.
IMF और सऊदी दौरे के बीच हुए प्रदर्शन
संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी के नेतृत्व में ये प्रदर्शन उस समय हुए हैं, जब सऊदी डेलीगेशन पाकिस्तान में इंवेस्टमेंट के लिए आकर वापस गया है और IMF मिशन लोन देने की शर्तों पर बातचीत करने इस्लामाबाद आने वाला है. सब्सिडी की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन के बाद, शहबाज सरकार ने प्रांत के लिए खास पैकेज का एलान किया है, लेकिन इस पैसा का कैसे इस्तेमाल होना है इस बारे में पीएम ऑफिस से अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है.
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हिंसक हुए प्रदर्शन
सब्सिडी की मांग को लेकर अवामी एक्शन कमेटी ने गुरुवार को एक मार्च निकाल कर अपनी मांगों को सरकार के सामने रखा था. लेकिन सरकार की और से ध्यान न दिए जाने के बाद रविवार को फिर कश्मीर के धिरकोट में प्रदर्शनकारी इकट्ठा हो गए और प्रोटेस्ट करने लगे. प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद पुलिस ने दर्जनों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है, वहीं एक पुलिस कर्मी की मौत और 90 लोग पुलिस के साथ टकराव में घायल हुए हैं.
मौके पर तैनात स्पेक्टर सिकंदर ने रॉयटर्स को बताया, “वे हजारों की तादाद में थे, हम सिर्फ उन पर नजर रख रहे थे और किसी भी तरह के सीधे टकराव में शामिल होने की हमारा कोई इरादा नहीं था.” वहीं संगठन के लीडर शौकत नवाज ने दावा किया कि टकराव जब शुरू हुआ जब पुलिस ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ बल का इस्तेमाल किया.