बदल जाएगी पाकिस्तान की तकदीर, मोदी मंत्र अपनाने की कर रहा…- भारत संपर्क
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ
पाकिस्तान इस समय गंभीर आर्थिक हालात से जूझ रहा है, अब उससे देश को बाहर निकालने के लिए पीएम ने नया कदम उठाने का फैसला लिया है. आर्थिक और सुरक्षा चुनौतियों से जूझ रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को देश की आर्थिक स्थिति को बदलने का संकल्प लिया. उन्होंने सरकारी मीडिया को बताया कि सभी मंत्रालयों के साथ पांच साल की योजना को साझा किया गया है. रेडियो पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार शरीफ ने मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान सभी मंत्रालयों के साथ एक पंचवर्षीय योजना साझा की है, जिसमें उनके लिए लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं.
पीएम मोदी के राह पर चलेगा पाक
शरीफ ने इस महीने की शुरुआत में दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मंत्रालयों को इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए रणनीति बनानी होगी और प्रगति की नियमित समीक्षा की जाएगी. हमें अपने खर्चों में कटौती करनी होगी और देश को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाना होगा. बता दें कि पीएम मोदी ने भारत को काफी पहले आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया था. आज भारत उस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. अगर देश ऐसे ही तरक्की करता रहा तो जल्द वह दुनिया की तीसरी सबसे ताकतवर इकोनॉमी बन जाएगा.
शरीफ ने कृषि और इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि का संकल्प लिया. उन्होंने भरोसा जताया कि कॉमर्स मिनिस्ट्री मौजूदा सरकार के कार्यकाल में देश के निर्यात को दोगुना करने के लिए जरूरी कदम उठाएगी.
भारत से हाथ मिलाना चाहता है पाक
पाकिस्तान गले तक कर्ज में डूबा हुआ है. इस बीच पाकिस्तान ने कर्ज के बोझ से बाहर आने के लिए भारत की तरफ देखना शुरू कर दिया है. दरअसल पाकिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ अगस्त 2019 से निलंबित व्यापार संबंधों को बहाल करने पर गंभीरता से विचार करेगा.
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रुसेल्स में परमाणु ऊर्जा शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए लंदन पहुंचे थे.जहां उन्होनें भारत को लेकर ये टिप्पणी की. उन्होंने भारत के साथ व्यापार को फिर से शुरू करने के लिए आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान पर बात करते हुए कहा कि पाकिस्तानी कारोबारी चाहते हैं कि भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू हो. उन्होंने कहा, पाकिस्तान भारत के साथ व्यापार संबंध बहाल करने पर विचार करेगा.