बारिश में बढ़ने लगे संक्रमण के मरीज, रोजाना 20 से 25 मरीज…- भारत संपर्क
बारिश में बढ़ने लगे संक्रमण के मरीज, रोजाना 20 से 25 मरीज पहुंच रहे मेडिकल कॉलेज अस्पताल
कोरबा। बारिश में लंबे समय तक पानी के संपर्क रहने से पैरों में इंफेक्शन की शिकायत बढ़ गई है। पैर की त्वचा नम हो रही है। पैरों के नाखूनों के आसपास नमी बढ़ने के कारण सूजन भी आ रही है। इन्फेंक्शन से बैक्टीरिया पैदा होने का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए डॉक्टर लोगों को विशेष ध्यान रखने की सलाह दे रहे हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ओपीडी में मौसमी बीमारी के मरीजों के साथ ही शरीर में दाग और पैरों में इंफेक्शन के मरीज भी बढ़ गए हैं। पैरों में इंफेक्शन की शिकायत लेकर रोजाना पांच से 10 मरीज आ रहे हैं। वहीं दाग की समस्या से परेशान प्रतिदिन लगभग 10 से 15 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। सबसे अधिक समस्या ऑफिस और प्लांट में काम करने वाले कर्मचारी व महिलाओं को रही है। पैर दिनभर जूते और मोजे में बंधे रहते हैं। वहीं महिलाएं भी घरेलू काम के दौरान ज्यादातर समय पानी में व्यस्त रहती है। इससे पैरे गीले रहते हैं और पैर संक्रमित हो जाते हैं। पैरों की उंगलियां पक जाती है। उंगलियों में खुजली, दर्द होने लगता है। संक्रमण होने की आशंका बढ़ जाती है। यह बारिश के मौसम में वातावरण में नमी की वजह से कई तरह के संक्रमण को पनपने का मौका देते हैं। सामान्य मानसून फंगल संक्रमण होता है। इसमें एथलीट फुट, खुजली, रिंगवर्म इंफेक्शन, टीनिया कैपिटिस, फंगल नेल इंफेक्शन होने की आशंका रहती है। इसलिए डॉक्टर बारिश के सीजन में लोगों को ज्यादातर समय पैरों को सूखा रखने और पानी से भीगने पर पैर को अच्छी तरह साफ रहने की सलाह दे रहे हैं। साथ ही पैरों को धोने के बाद सुखाने, लंबे समय तक गीले या पसीने वाले जूते नहीं पहनने और नाखूनों को भी साफ रखने की सलाह दी जा रही है। इस तरह की समस्या होने पर डॉक्टरों जरूरी परामर्श लेने की बात कही गई है।