मनी लॉन्ड्रिंग की गिरफ्त में आया पेटीएम पेमेंट्स बैंक, लगा…- भारत संपर्क


पेटीएम पेमेंट्स बैंक
पेटीएम पर एक बार फिर कार्रवाई की गई है. वित्त मंत्रालय ने जानकारी दी है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर मनी लॉन्ड्रिंग के चलते 5.49 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है. फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने मनी लांड्रिंग नियमों के उल्लंघन को लेकर यह एक्शन लिया है. एफआईयू को कुछ यूनिट्स और उनके कारोबार से जुड़ी कंपनियों के संबंध में अवैध गतिविधियों के बारे में जांच एजेंसियों से जानकारी मिली थी. इसमें ऑनलाइन जुए के आयोजन और सुविधा प्रदान करने की बात शामिल थी. शिकायत मिलने के बाद एफआईयू ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक की समीक्षा शुरू कर दी है.
हो रहे थे अवैध ट्रांजैक्शन
मंत्रालय ने कहा कि इन यूनिट्स के खाते पेटीएम पेमेंट्स बैंक लि. में थे, जिसके तहत अवैध ट्रांजैक्शन से प्राप्ति राशि यानी अपराध की कमाई को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खातों के माध्यम से दूसरी जगह भेजा जा रहा था. वित्तीय खुफिया इकाई-भारत ने मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (PMLA) के तहत दायित्वों के उल्लंघन को लेकर पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर 5.49 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है.
15 फरवरी को जारी हुआ था आदेश
बता दें कि एफआईयू ने 15 फरवरी को जुर्माना लगाने का आदेश पारित किया है. एफआईयू की कार्रवाई आरबीआई के 31 जनवरी के निर्देश के बाद हुई है. आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी से अपने ग्राहकों के खातों में नई जमा या टॉप अप स्वीकार करने से रोक दिया था. बाद में तारीख को 15 मार्च तक बढ़ा दिया था.
ये भी पढ़ें
विजय ने कुछ दिन पहले ही दिया था इस्तीफा
पेटीएम को शुरू करने वाले विजय शेखर शर्मा ने पिछले महीने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था. बता दें पेटीएम में विजय शेखर शर्मा सबसे अधिक शेयरहोल्डर वाले व्यक्ति हैं. पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने बोर्ड का पुनर्गठन करने की घोषणा की है. कुछ नए लोगों को बोर्ड में शामिल किया गया है, जिसमें सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन श्रीनिवासन श्रीधर का नाम भी है. साथ ही रिटायर्ड IAS देबेंद्रनाथ सारंगी, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अशोक कुमार गर्ग और रिटायर्ड IAS रजनी सेखरी सिब्बल को बोर्ड में शामिल किया गया है.