पेटीएम यूजर्स को नहीं होगी दिक्कत, आरबीआई ने बनाया ये खास…- भारत संपर्क


पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरबीआई ने लगाया बैन
जब से भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक की सर्विस को 29 फरवरी के बाद से बैन करने का आदेश सुनाया है. कंपनी के ऊपर मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ा है. वह इससे निकलने और अपने ग्राहकों के हितों की रक्षा करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक अगले सप्ताह देश के हाईवे ऑथॉरिटी और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NCPI) सहित अन्य लोगों के साथ बैठक करेगा, ताकि संकटग्रस्त पेटीएम से व्यापारियों और उपभोक्ताओं सुरक्षित बाहर निकाला जा सके.
बता दें कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) जो फास्टैग सेवा संचालित करता है और साथ ही एनपीसीआई जो अन्य हितधारकों के बीच यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) बुनियादी ढांचे की देखरेख करता है, उसने इसकी जानकारी दी है.
कंपनी ने पिछले हफ्ते दी थी जानकारी
पेटीएम ने पिछले हफ्ते कहा था कि उसे यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) अकाउंट्स के लिए वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए) के साथ-साथ पीपीबीएल से जुड़े मर्चेंट क्विक रिस्पांस (क्यूआर) कोड को अन्य खातों में ट्रांसफर करने का कार्य करना होगा. बैंकिंग भागीदार. इसके अलावा, पीपीबीएल के माध्यम से जारी किए गए फास्टैग और वॉलेट को भी अन्य बैंकों में स्थानांतरित करने की आवश्यकता होगी. बता दें कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर 11 मार्च, 2022 से नए ग्राहक जोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
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कंपनी में हो रहा है तेजी से बदलाव
पेटीएम ई-कॉमर्स ने अपना नाम बदलकर पाई प्लेटफॉर्म्स कर लिया है. साथ ही ऑनलाइन रीटेल कारोबार में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए बिट्सिला का अधिग्रहण किया है. बिट्सिला ओएनडीसी पर एक सेलर्स प्लेटफॉर्म है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने करीब तीन महीने पहले नाम बदलने के लिए आवेदन किया था. आठ फरवरी को उसे कंपनी रजिस्ट्रार से मंजूरी मिल गई थी. कंपनी रजिस्ट्रार की आठ फरवरी की अधिसूचना के मुताबिक, इस प्रमाणपत्र की तारीख से कंपनी का नाम पेटीएम ई-कॉमर्स प्राइवेट लिमिटेड से बदलकर पाई प्लेटफॉर्म्स प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया है.