अप्रैल में इन जगहों पर घूमने जाने का बनाएं प्लान, यादगार रहेगी ट्रिप


ऊटी Image Credit source: Kiratsinh Jadeja/Stone/Getty Images
अप्रैल का महीना घूमने के लिए बेस्ट है. क्योंकि इस दौरान मौसम सही रहता है. इसके बाद चिपचिपा सा मौसम होने लगता है. इसलिए अगर आप परिवार या दोस्तों के साथ घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो अप्रैल का मौसम बिल्कुल सही है. खासकर अगर आप दिल्ली एनसीआर में रहते हैं तो इन जगहों पर घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं.
शहर की भीड़-भाड़ से दूर आप अपने परिवार या फिर दोस्तों के साथ इन खूबसूरत जगहों पर घूमने जा सकते हैं. यहां रोजमर्रा के काम से दूर प्रकृति के बीच में समय बिता कर मन को शांति मिलेगी.
औली
अगर आप अप्रैल में किसी ठंडी जगह पर जाना चाहते हैं तो आप औली जा सकते हैं. यह उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित एक नगर है.यह बहुत ही मनमोहक हिल स्टेशन है. बादलों से ढके पहाड़, झील-झरने और घने जंगल यहां की सुंदरता में चार-चांद लगा देते हैं.अप्रैल में यहां का तापमान 10℃ से 20℃ के करीब रहता है. यहां आप नंदा देवी पीक, औली झील, गुरसो बुग्याल, त्रिशूल पीक और नंदा पीक जैसी कई खूबसूरत जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं.आप पार्टनर या दोस्तों के साथ यहां घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं.
माउंट आबू
राजस्थान के पास स्थित माउंट आबू घूमने के लिए एक बहुत ही बेहतरीन लग रहा है. यह अरावली की पहाड़ियों से में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है. यहां आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ में घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं. इसके आसपास में घना जंगल है. जिससे इसकी सुंदरता दोगुनी हो जाती है. यहां आप दिलवाड़ा जैन और लाल मंदिर के दर्शन के लिए जा सकते हैं. साथ ही आप गुरु शिखर, नक्की झील, अचलगढ़ किला, माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य, टोड रॉक, पीस पार्क, चाचा म्यूजियम और ट्रेवर टैंक जैसी कई जगहों पर घूमने के लिए जा सकते हैं.
ऊटी
तमिलनाडु राज्य के नीलगिरि जिले में स्थित एक ऊटी एक बहुत ही खूबसूरत जगह हैं. यहां घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल है. यहां की प्राकृतिक सुंदर हर किसी का मन मोह लेती है. यहां आप ऊटी झील,डोड्डाबेट्टा पीक, नीलगिरि माउंटेन रेलवे और बॉटनिकल गार्डन जैसी जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं. नीलगिरी की सबसे ऊंची डोड्डाबेट्टा चोटी से नजारा बहुत ही मनमोहक लगता है. भवानी लेक कम भीड़ और शांत जगह है. रास्ते में अवालांचे झील, एमराल्ड लेक और भवानी मंदिर आते हैं. इसके बाद यहां तक पहुंचने का रास्ता घने जंगलों से घिरा हुआ है.