हेल्थ को लेकर पहले से अधिक जागरूक हुई जनता, इतनी बढ़ गई बीमा…- भारत संपर्क
कोरोना काल के बाद से आम जनता हेल्थ को लेकर अधिक जागरूक हो गई है. इसका एक बड़ा उदाहरण हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम कलेक्शन से सामने आया है. पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में कम-से-कम 42 जनलर इंश्योरेंस कंपनियों ने 2,89,738 करोड़ रुपए की प्रीमियम का कलेक्शन किया है, जो एक साल पहले की तुलना में लगभग 13 प्रतिशत अधिक है. सामान्य बीमा परिषद की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, गैर-जीवन बीमा उद्योग ने वित्त वर्ष 2022-23 में 2,56,894 करोड़ रुपए का प्रीमियम कलेक्ट किया था.
प्रीमियम में आई 14 प्रतिशत की वृद्धि
इसमें से 35 सामान्य बीमा कंपनियों ने एक साल पहले के 2,14,833 करोड़ रुपए की तुलना में प्रीमियम में 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जो 2,45,433 करोड़ रुपए रहा. आंकड़ों से पता चलता है कि पांच सिंगल स्वास्थ्य बीमा कंपनियों ने एक साथ वर्ष के दौरान 33,116 करोड़ रुपए का प्रीमियम एकत्र किया जो एक साल पहले के 26,244 करोड़ रुपए से 26 प्रतिशत अधिक है. सरकारी स्वामित्व वाली दो विशेष बीमा कंपनियों- भारतीय कृषि बीमा कंपनी और भारतीय निर्यात लोन गारंटी निगम ने 11,189 करोड़ रुपए का प्रीमियम एकत्र किया जो वित्त वर्ष 2022-23 में एकत्र 15,817 करोड़ रुपए से 29 प्रतिशत कम है.
टूटा 10 सालों का रिकॉर्ड
सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का अप्रैल में प्रीमियम कलेक्शन 12,384 करोड़ रुपए रहा जो पिछले 10 वर्षों का सर्वाधिक मासिक कलेक्शन है. जीवन बीमा परिषद के लेटेस्ट आंकड़ों का हवाला देते हुए एलआईसी ने कहा कि अप्रैल, 2024 में उसने कुल 12,383.64 करोड़ रुपए का प्रीमियम कलेक्शन किया है. यह अप्रैल 2023 में एकत्रित 5,810.10 करोड़ रुपए के प्रीमियम से 113.14 प्रतिशत अधिक है.
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देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस उपलब्धि का श्रेय एलआईसी की नवीन विपणन रणनीतियों के साथ उसकी विश्वसनीयता तथा ग्राहक-केंद्रित सेवाओं को दिया जा सकता है. व्यक्तिगत प्रीमियम कैटेगरी के तहत, एलआईसी ने अप्रैल में कुल 3,175.47 करोड़ रुपए का प्रीमियम एकत्र किया जो अप्रैल 2023 के 2,537.02 करोड़ रुपए से 25.17 प्रतिशत अधिक है.
अप्रैल में आया रिकॉर्ड उछाल
इस महीने में समूह प्रीमियम 182.16 प्रतिशत बढ़कर 9,141.34 करोड़ रुपए हो गया, जो अप्रैल 2023 में 3,239.72 करोड़ रुपए था. हालांकि, यह वृद्धि समूह वार्षिक प्रीमियम कैटेगरी में 100.33 प्रतिशत की वृद्धि से प्रेरित है, जो अप्रैल 2023 के 33.36 करोड़ रुपए से बढ़कर अप्रैल 2024 में 66.83 करोड़ रुपए हो गई.