राहुल द्रविड़ के बेटे को किया टीम से बाहर, समित ने की थी ये बड़ी गलती – Hin… – भारत संपर्क
समित द्रविड़ के लिए महाराजा ट्रॉफी अच्छी साबित नहीं हुई है.Image Credit source: Maharaja T20 Trophy
टीम इंडिया के कोच पद से इस्तीफा देने के बाद राहुल द्रविड़ की नजरें इन दिनों अपने बेटे समित के प्रदर्शन पर हैं. द्रविड़ के बड़े बेटे समित कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ की टी20 लीग महाराजा टी20 ट्रॉफी में खेल रहे हैं. इस लीग में समित द्रविड़ मैसूरू वॉरियर्स का हिस्सा हैं लेकिन कुछ मैचों के बाद ही उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. बुधवार 28 अगस्त को टीम के आखिरी लीग मैच में समित को प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला और इस तरह लगातार दूसरे मैच में उन्हें टीम में जगह नहीं मिल पाई. इसकी वजह समित की गलती थी कि वो लगातार कई मैचों में मौका मिलने के बावजूद उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके.
टीम जीती लेकिन समित को नहीं मिला मौका
बुधवार को लीग स्टेज के अपने आखिरी मैच में वॉरियर्स ने मैंगलोर ड्रैगन्स को 6 विकेट से हरा दिया. इस मैच में मैसूरू वॉरियर्स ने पहले बॉलिंग की और मैंगलोर को 178 रन पर रोक लिया. मैंगलोर के लिए के. सिद्धार्थ ने सबसे ज्यादा 50 रन बनाए. इसके जवाब में मैसूरू ने 18.4 ओवरों में ही 4 विकेट खोकर ये लक्ष्य हासिल कर लिया. टीम के लिए एक बार फिर कप्तान करुण नायर के बल्ले ने आग उगली. उन्होंने सिर्फ 31 गेंदों में 64 रन कूटे. उनके अलावा एसयू कार्तिक ने भी 69 रन की पारी खेली.
अच्छा नहीं रहा है प्रदर्शन
इस जीत के बाद मैसूरू पॉइंट्स टेबल में 12 पॉइंट्स के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गई. टीम की ये लगातार दूसरी जीत है लेकिन इन दोनों ही जीत में समित द्रविड़ कोई योगदान नहीं दे सके क्योंकि उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिल पाई. इसकी वजह समित का अपने प्रदर्शन में सुधार नहीं कर पाना था. दाएं हाथ के बल्लेबाज समित को मैसूरू ने लंबा मौका दिया लेकिन उनके बल्ले से एक भी बड़ी पारी नहीं निकली. इस युवा बल्लेबाज को टूर्नामेंट के पहले मैच से ही मैसूरू ने प्लेइंग इलेवन में शामिल किया था लेकिन वो एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके थे, जिसके बाद उन्हें आखिरी 2 मैच में नहीं खिलाया गया.
समित द्रविड़ का ये पहला ही बड़ा टूर्नामेंट था लेकिन वो बिल्कुल भी प्रभावित नहीं कर पाए. समित के बल्ले से 7 पारियों में सिर्फ 82 रन निकले, जिसमें 33 रन की पारी उनकी बेस्ट थी. उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन न होने के बावजूद समित ने इस टूर्नामेंट के दौरान कुछ ऐसे शॉट्स खेले, जिसने सबका ध्यान खींचा और उनकी गेंद की लाइन-लेंग्थ को जल्दी पकड़ने की काबिलियत ने काफी प्रभावित किया. इस नाकामी के बावजूद समित के पास अभी मौका है क्योंकि उनकी टीम फाइनल के लिए दावेदारी ठोक सकती है, जहां उन्हें कम से कम एक मैच और मिल सकता है.