ऑटो रिक्शा खड़ी करने के एवज में शुल्क देने का दबाव, रेलवे…- भारत संपर्क

ऑटो रिक्शा खड़ी करने के एवज में शुल्क देने का दबाव, रेलवे स्टेशन के पार्किंग ठेकेदार के खिलाफ शिकायत
कोरबा। रेलवे स्टेशन से ऑटो रिक्शा का परिचालन करने वाले मालिक और चालक बेहद परेशान हैं। उनकी परेशानी यात्रियों से नहीं बल्कि वाहन पार्किंग के ठेकेदार से है। जिसके कर्मचारी ऑटो रिक्शा खड़ी करने के एवज में शुल्क देने दबाव बनाते हैं। इस दबाव के चलते ऑटो रिक्शा चालकों को आर्थिक और मानसिक प्रताडऩा का सामना करना पड़ रहा है।जिला ऑटो संघ के अध्यक्ष आजम खान ने चालकों को होने वाली परेशानी से निजात दिलाने की मांग केंद्रीय रेल मंत्री से की है। उन्होंने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि औद्योगिक नगरी होने के कारण प्रतिदिन हजारों लोगों की आवाजाही कोरबा में होती है। करीब चालीस साल से रेलवे स्टेशन में ऑटो रिक्शा का परिचालन किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न क्षेत्र से आने वाले ऑटो रिक्शा चालक व मालिक शामिल होते हैं। रेलवे स्टेशन में ऑटो रिक्शा का परिचालन व्यवस्थित ढंग से हो सके, इसके लिए स्टैंड का निर्माण किया गया है। नए ऑटो रिक्शा स्टैंड का निर्माण होने पर साइकिल व मोटर साइकिल का स्टैंड भी बनाया गया है। रेलवे परिसर में साइकिल व मोटर साइकिल स्टैंड के ठेकेदार द्वारा जबरिया ऑटो रिक्शा चालकों को आर्थिक क्षति पहुंचा कर मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। कहा जाता है कि यदि आप लोगों को ऑटो रिक्शा स्टैंड चाहिए तो किराया देना अनिवार्य है। चूंकि रेल प्रबंधन से अनुबंध किया गया है। अध्यक्ष ने पत्र में लिखा है कि रेलवे स्टेशन में ऑटो स्टैंड नहीं होने के कारण सडक़ पर मजबूरन वाहन खड़े करने की स्थिति निर्मित होती है। जिससे लगने वाली जाम के कारण आम लोगों को परेशानी होती है। दूसरी ओर ऑटो का परिचालन कर जीवकोपार्जन करने वाले चालकों के सामने परेशानियां खड़ी हो गई है। इस समस्या से निजात दिलाने रेलमंत्री से किराया नहीं लेने संबंधित निर्देश ठेकेदार को जारी करने को मांग की गई है।