पिछले बजट से लाखों की कमाई करा चुके हैं रेलवे स्टॉक, इस बार क्या हैं उम्मीदें |…
बीते एक साल से रेलवे में सरकार की ओर से बड़ा काम किया गया है. कई लॉजिस्टिक कॉरिडोर्स की शुरुआत की गई. साथ ही कई ट्रेनों को शुरू किया गया. खासकर वंदे भारत ट्रेंस पूरे साल चर्चा में रही. जिसकी हर बार हरी झंडी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिखाई. उसके अलावा देश के रेलवे इंफ्रस्ट्रक्चचर पर भी काफी खर्चा किया गया. जिसकी वजह से देश की रेलवे कंपनियों के शेयरों को काफी फायदा हुआ. देश की 10 रेलवे कंपनियां पिछले बजट के बाद से मल्टीबैगर बन गई है.
जिसमें आईआरएफसी, इरकॉन, टेक्समैको रेल एंड इंजीनियरिंग, ओरिएंटल रेल इंफ्रास्ट्रक्चर, ज्यूपिटर वैगन्स और रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया शामिल है. जिन्होंने निवेशकों का पैसा तीन गुना कर दिया है, जो 209-367 फीसदी के बीच बढ़ा वहीं दूसरी ओर कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के शेयर में सबसे कम 46 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर पिछले बजट से रेलवे स्टॉक में कितना इजाफा देखने को मिला है. इस बार सरकार से रेलवे को किस तरह की उम्मीदें हैं.
पिछले बजट में कुछ ऐसे हुए थे ऐलान
वित्त वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट में रेल मंत्रालय को 2,40,000 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे. यह रेलवे को ऐलोकेट किया गया अब तक का सबसे ज्यादा पैसा था. जिसका उद्देश्य देश के रेलवे बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाना था. फ्रेश कैपिटल इंफ्यूजन, डेडीकेटिड फ्रेट कोरिडोर, वंदे भारत ट्रेन, हाई-स्पीड प्रोजेक्ट्स की शुरूआत, नए ट्रैक बिछाने और स्टेशनों के पुनर्विकास के साथ इस सेक्टर पर सरकार के फोकस से आईआरएफसी, इरकॉन, टेक्समैको और टीटागढ़ वैगन्स जैसी कंपनियों को फायदा हुआ है और उनके शेयरों में उछाल आया.
ये भी पढ़ें
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के सीनियर टेक्नीकल ऐनालिस्ट प्रवेश गौर मीटिया रिपोर्ट में कहा कि नए फ्रेट कोरिडोर या वंदे भारत एक्सप्रेस रूट्स का शुभारंभ इन क्षेत्रों में निर्माण, रोलिंग स्टॉक सप्लाई और ऑपरेशंस में शामिल कंपनियों के लिए नए अवसर दिए हैं. उन्होंने कहा कि रेलवे प्रोजेक्ट्स के लिए पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) पर जोर देने से प्राइवेट इंवेस्टमेंट आकर्षित करने, प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने और क्षेत्र के ओवरऑल ग्रोथ में योगदान करने की क्षमता है.
पिछले से बजट कितनी कमाई करा चुके हैं ये रेलवे स्टॉक
कंपनी का नाम | पिछले बजट से रिटर्न (फीसदी में) | वित्त वर्ष 2022-23 का रिटर्न (फीसदी में) | वित्त वर्ष 2021-2022 का रिटर्न (फीसदी में) |
टीटागढ़ रेल सिस्टम | 382.8 | 93.8 | 109.24 |
ओरिएंटल तेल इंफ्रस्ट्रक्चर | 367.53 | -56.27 | 149.95 |
इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्प | 259.37 | 35.99 | -7.57 |
टेक्समैको रेल एंड इंजीनियरिंग | 256.56 | 26.8 | 49.72 |
इरकॉन इंटरनेशनल | 238.04 | 27.94 | 6.43 |
रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया | 208.82 | 0.48 | |
जुपीटर वैगंस | 202.91 | 141.68 | 120.78 |
रामकृष्ण फोर्जिंग्स | 192.89 | 41.98 | 86.83 |
रेल विकास निगम | 179.56 | 103.22 | 17.99 |
बीएमईएल | 130.12 | -22.36 | 95.26 |
राइट्स | 52.96 | 24.6 | 5.94 |
आईआरसीटीसी | 51.44 | -26.68 | 193.3 |
कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया | 46 | -6.9 | 44.48 |
क्या है उम्मीदें?
मास्टर कैपिटल सर्विसेज की डायरेक्टर पलका अरोड़ा चोपड़ा ने मीडिया रिपोर्ट में कहा कि आगामी बजट में इंफ्रा पर सरकार के निरंतर जोर देने से बाजार को इन रेलवे पीएसयू कंपनियों को फायदा होने का अनुमान है. ब्रोकरेज हाउस एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने मीडिया रिपोर्ट में उम्मीद जताई है कि रेलवे वित्त वर्ष 23-26E में 15 फीसदी का रेवेन्यू जेनरेट करेगा. इस सेक्टर से दिसंबर तिमाही के मजबूत नतीजों की उम्मीदों ने भी हालिया तेजी को बल मिला है. स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के गौर का मानना है कि आईआरसीटीसी ने हाल के वर्षों में मजबूत राजस्व और प्रोफिटिबिलिटी के साथ प्रभावशाली ग्रोथ दिखाई है. उन्हें उम्मीद है कि पैसेंजर ट्रैफिक में वृद्धि, ट्रैवल पैकेज और टूरिज्म जैसे नए उद्यमों में विस्तार और एफिशिएंट कॉस्ट मैनेज्मेंट के कारण यह ट्रेंड जारी रहने का अनुमान है. एक साल पहले नकारात्मक रिटर्न देने के बाद पिछले बजट के बाद से स्टॉक लगभग 51 फीसदी बढ़ गया है.