शिक्षकों के विरोध के बाद युक्तियुक्तकरण स्थगित- भारत संपर्क
शिक्षकों के विरोध के बाद युक्तियुक्तकरण स्थगित
कोरबा। गुरूवार देर शाम सरकार ने युक्तियुक्तकरण को स्थगित करने का आदेश अधिकारियों को दिया। प्रदेश के शिक्षक संघो द्वारा इसका विरोध किया जा रहा था।
सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश के पदाधिकारियों ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 2.8.2024 को विसंगतिपूर्ण व अव्यावहारिक युक्तियुक्तकरण आदेश जारी किया गया था। युक्तियुक्तकारण नियमानुसार प्राथमिक विद्यालयों में जहां 5 कक्षाओं में 60 के दर्ज पर केवल 2 शिक्षकों का व माध्यमिक विद्यालयों में 3 कक्षाओं के 6 विषयों के लिए 105 दर्ज पर 1 प्रधान पाठक व 3 शिक्षक का सेटअप बनाया गया। जबकि पूर्व में 2008 के सेटअप अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में न्यूनतम 1 प्रधान पाठक को 2 शिक्षक एवं माध्यमिक विद्यालय में 1 प्रधान पाठक व 4 शिक्षकों का सेटअप था। प्रदेश में लगभग 31474 प्राथमिक विद्यालय व 13331 माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण लागू होने से 50 फीसदी से अधिक विद्यालय प्रभावित होने के परिणामस्वरूप 4000 विद्यालय बंद हो जाते व 20000 से अधिक शिक्षकों का पद समाप्त हो जाता।उन्होंने बताया कि शिक्षक विहीन व एकल शिक्षकीय विद्यालयों में शिक्षक व्यवस्था करने हेतु राज्य सरकार द्वारा 2021 में 14580, 2023 में 12489 शिक्षकों की सीधी भर्ती व 2023 में सहायक शिक्षकों की शिक्षक के पद पर पदोन्नति भी की थी। सीधी भर्ती व पदोन्नति उपरांत शिक्षक पदस्थापना हेतु स्पष्ट नियम है कि शिक्षकों की पदस्थापना शिक्षक विहीन व एकल शिक्षकीय विद्यालयों में किया जाना होता है, लेकिन अधिकारियों द्वारा शिक्षक पदस्थापना हेतु शासन की गाइडलाइन व नियमो को दरकिनार करते हुए शिक्षकों को आवश्यकता वाले विद्यालयों के स्थान पर पर्याप्त शिक्षक वाले व शहरी विद्यालयों में पदस्थ किया गया, जिसके कारण आज भी कई विद्यालय शिक्षक विहीन रह गए। युक्तियुक्तकरण की विसंगतियों को देखते हुए सर्व शिक्षक संघ व अन्य शिक्षक संगठनों ने मुख्यमंत्री के नाम मंत्रियों एवं विधायकों को ज्ञापन सौंपा था और वाले समय में हड़ताल पर जाने का मन बना लिया था ।