इकोनॉमी पर RBI गवर्नर ने दिया ये संदेश, हैरान रह गए दुनिया…- भारत संपर्क


आरबीआई गवर्नर की ओर से देश की इकोनॉमी को लेकर बड़ा बयान दिया है.
क्या मूडीज, क्या डॉयचे और क्या आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक. भारत की इकोनॉमी पर रिजर्व बैंक इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने जो मैसेज दिया है, उससे दुनिया के सभी बड़े देश हैरान रह गए हैं. सबसे खास बात तो ये है कि आरबीआई गवर्नर के इंडियन इकोनॉमी के ग्रोथ के आंकड़ें आगे सरकार के आंकड़ें भी बौने हो चले हैं. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय इकोनॉमी केंद्र सरकार के दूसरे एडवांस अनुमान 7.6 फीसदी से भी ज्यादा ग्रोथ देखने को मिलेगी. हाल ही में भारत की इकोनॉमी तीसरी तिमाही में 8.4 फीसदी देखने को मिली थी. ऐसे में हर कोई भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ को लेकर अनुमान लगाने में जुटा हुआ है.
एक निजी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि वित्त वर्ष 2024 में भारत की जीडीपी वृद्धि 7.6 फीसदी से अधिक होगी. उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा 8 फीसदी के करीब हो सकता है. मॉनेटरी पॉलिसी समिति की फरवरी की बैठक के दौरान किए गए पूर्वानुमान की पुष्टि करते हुए, दास ने कहा कि उनका मानना है कि भारत अगले वित्तीय वर्ष, यानी FY25 में भी 7 फीसदी की दर से बढ़ सकता है. दास ने कहा कि मैं अगले साल की जीडीपी वृद्धि को लेकर काफी आशावादी हूं.
उम्मीद से बेहतर रहे इकोनॉमी के आंकड़ें
ऐसा ही एक दावा हाल ही में भारतीय स्टेट बैंक ने अपनी ‘इकोरैप’ रिसर्च रिपोर्ट के जरिए किया था. एसबीआई ने कहा ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि तीसरी तिमाही के जीडीपी के आंकड़ों ने अधिकांश बाजारों के को झटका दिया है, जबकि कुछ लोगों को काफी राहत दी है. वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में भारतीय इकोनॉमी 8.4 फीसदी की दर से बढ़ी है, जो विश्लेषकों की 6.6 फीसदी की ग्रोथ की उम्मीद से बेहतर है, हालांकि अर्थशास्त्रियों ने जीवीए वृद्धि में नरमी को लेकर चिंता जताई है. केंद्र सरकार ने भारत की वित्त वर्ष 2024 की वृद्धि दर के अनुमान में बदलाव कर 7.3 फीसदी से बढ़ाकर 7.6 फीसदी कर दिया है.
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क्रिसिल ने भी लगाया है अनुमान
वहीं दूसरी ओर आज क्रिसिल इंडिया की रिपोर्ट में भारत की इकोनॉमी को लेकर अनुमान लगाया है. क्रिसिल के अनुसार मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की इकोनॉमी की रफ्तार 6.8 फीसदी की रह सकती है. क्रिसिल ने यह भी कहा कि साल 2031 भारत की इकोनॉमी का 7 ट्रिलियन डॉलर यानी 580 लाख करोड़ रुपए रह सकता है. वहीं अगले 7 साल तक देश की सालाना रफ्तार 7 फीसदी रह सकती है. क्रिसिल को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2030-31 तक भारतीय अर्थव्यवस्था का साइज 6.7 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगा. उस समय तक देश की प्रति व्यक्ति आय भी बढ़कर 4,500 अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगी और भारत उच्च-मध्यम आय वाले देशों के समूह में शामिल हो जाएगा.