छत्तीसगढ़ी बोली से पहचाने गए लुटेरे, बैंक से निकाले शिक्षक…- भारत संपर्क



बिलासपुर:
छत्तीसगढ़ी बोली बोलकर शिक्षक से 50 हजार रुपए लूटने वाले दो लुटेरे पुलिस की पकड़ में आ गए हैं। यह घटना लखराम चौराहा से सरवन देवरी के बीच हुई थी। ग्राम भरारी निवासी रामनारायण ताम्रकार ने 6 सितंबर को लखराम ब्रांच के एसबीआई बैंक से ₹50,000 निकालकर थैले में रखकर अपनी गाड़ी की डिक्की में रख दी थी और घर लौट रहे थे। इसी बीच लखराम शराब दुकान व सरवन देवरी मोड़ के पास दो बाइक सवार आरोपी गमछा बांधे शिक्षक के पास आए।
छत्तीसगढ़ी में रास्ता पूछने के बाद आरोपियों ने शिक्षक की डिक्की से रुपए लूटकर लखराम की तरफ भाग लिया। मामले की सूचना पर पुलिस ने बैंक के पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। छत्तीसगढ़ी बोली से साफ हुआ कि लुटेरे स्थानीय निवासी हैं। पुलिस ने लगातार रूट के अन्य फुटेज खंगालते हुए ग्राम सेलर तक पहुँचकर ग्राम बैगापारा निवासी राकेश कश्यप (23) को पहचाना।
पूछताछ में राकेश ने नाबालिग साथी के साथ मिलकर वारदात करना स्वीकार किया। पुलिस ने दोनों के कब्जे से ₹45,000 और लूट में उपयोग की गई बाइक बरामद की। न्यायालय में पेशी पर राकेश कश्यप को जेल भेजा गया, जबकि नाबालिग को बाल संरक्षण गृह में भेज दिया गया। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।