पुतिन के सामने नेस्तनाबूद हो गई रूस की सबसे पुरानी लिबरल पार्टी | russia oldest… – भारत संपर्क

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पुतिन के सामने नेस्तनाबूद हो गई रूस की सबसे पुरानी लिबरल पार्टी | russia oldest… – भारत संपर्क
पुतिन के सामने नेस्तनाबूद हो गई रूस की सबसे पुरानी लिबरल पार्टी

Russia Politics Putin Inauguration

रूस में व्लादिमीर पुतिन पांचवीं बार राष्ट्रपति बन चुके हैं. पुतिन के सामने कोई पार्टी या उम्मीदवार जीतने वाला नजर नहीं आता है और ये सूरत-ए हाल 2036 तक रहने वाला है. एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि करीब 25 सालों के पुतिन राज के बाद रूस की सबसे पुरानी लिबरल पार्टी भी खत्म हो गई है. 1993 में मशहूर अर्थशास्त्री ग्रिगोरी यवलिंस्की द्वारा बनाई गई लिबरल पार्टी याब्लयोको का अब रूस में कोई वजूद नहीं बचा है.

हाल ही में किए गए एक पब्लिक सर्वे में खुलासा हुआ है कि रूस की सबसे पुरानी लिबर पार्टी याब्लयोको को कोई समर्थन नहीं मिला है. सोमवार को प्रकाशित पब्लिक ओपिनियन फाउंडेशन (FOM) के सर्वे के मुताबिक हाल के सालों में याब्लोको की रेटिंग में एक से दो फीसदी के बीच उतार-चढ़ाव आया था, लेकिन अब यह पहली बार शून्य पर आ गई है.

याब्लयोको का कोई नाम भी नहीं ले रहा

यवलिंस्की का विजन अब रूस में लोकप्रिय नहीं रहा है. ग्रीन पार्टी और रूस पेंशनियर फॉर सोशल जस्टिस ज्यादा देश में ज्यादा लोकप्रिय है. द पोल्स्टर जो पार्टियों की लोकप्रियता पर नजर रखती है, उसने 17 से 19 मई को नया सर्वे किया जिसमें रूसियों से पूछा गया अगर अगले रविवार को आम चुनाव होते हैं तो वे किसे वोट देंगे. सर्वे में हिस्सा लेने वाले किसी भी शख्स ने यवलिंस्की की पार्टी याब्लयोको का नाम नहीं लिया.

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जब लोकप्रिय थी पार्टी

पार्टी के ऐसे हालात हमेशा से नहीं थे. अपनी स्थापना के पहले ही साल 1993 में यवलिंस्की की याब्लोको 8 फीसदी राष्ट्रीय वोट के साथ 450 सदस्यीय राज्य ड्यूमा में 27 सीटें जीतीं थी. 1996 के चुनाव में पार्टी ने और भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए 45 सीटें जीतीं. हालांकि, साल 2000 तक, यह घटकर 20 सीटें रह गई. इसके बाद से रूस में पार्टी की लोकप्रियता लगातार घटी है. 2021 में आम चुनाव में याब्लोको को सिर्फ 1.37 फीसदी वोट मिले और अब सर्वे में उसको शून्य समर्थन मिला है.

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