साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन हादसा या साजिश? कानपुर में रेलवे ने दर्ज कराई FIR |… – भारत संपर्क
मौके पर जांच-पड़ताल करते पुलिस अधिकारी.
कानपुर में बीते दिन साबरमती एक्सप्रेस की हुई घटना में कानपुर रेलवे प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए पनकी थाने में एक FIR दर्ज कराई है. रेलवे ने कहा कि साफ रूप से स्पष्ट है कि यह एक गहरी साजिश है, जिसकी जांच की जाए. FIR में उस रेलवे पटरी का भी जिक्र किया गया है, जो कि घटना के बाद मेन ट्रैक के पास मिली थी. बीते दिन साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन की 20 से 22 बोगियां कानपुर में पटरी से उतर गई थीं और बड़ा हादसा होते-होते टल गया था.
ट्रेन ड्राइवर के बयानों को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने पनकी थाने को ये FIR दर्ज कराई है. साबरमती ट्रेन के ड्राइवर ने रेलवे अधिकारियों को बताया था कि ट्रेन के इंजन के नीचे की जाली से कोई बड़ा सा बोल्डर टकराने से बहुत तेज आवाज हुई और जब तक वह ट्रेन को रोकता, तब तक डिब्बे पटरी से उतर चुके थे. कानपुर में इसी पनकी इलाके से लगभग 45 किलोमीटर दूर पुखरायां में इंदौर-पटना एक्सप्रेस भी साजिश का शिकार हुई थी, जिसमें बाद में NIA की जांच में ISI के एक एजेंट को नेपाल से गिरफ्तार कल जेल भेजा गया था. इस हादसे में सैकड़ों लोगों ने जान गंवाई थी.
पनकी थाने में दर्ज कराई गई FIR
महेंद्र प्रताप सिंह सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेल पथ जूही ने पनकी थाने में तहरीर देते हुए बताया कि ट्रेन नंबर-19168 साबरमती एक्सप्रेस, जो कि 17 अगस्त को वाराणसी से अहमदाबाद की ओर जा रही थी. दोपहर 2:27 बजे लोको पायलट एस.पी बुंदेला को गोविंदपुरी भीमसेन मध्य लाइन में कुछ भारी वस्तु दिखाई दी. देखते ही लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया, लेकिन वो भारी वास्तु ट्रेन के कैटल गार्ड से टकराई, जिस कारण कैटल गार्ड मुड गया और 20 से 22 बोगी डिरेल गई.
ट्रैक पर रेल पटरी का टुकड़ा रखा मिला
ट्रेन के डिरेल होने की सूचना गार्ड सुबोध तिवारी और लोको पायलट एस.पी बुंदेला द्वारा कंट्रोल झांसी को दी गई. घटना के बाद डाउन लाइन के बीच 0.93 मीटर का पुरानी रेल पटरी का एक टुकड़ा मिला, जिसमें फ्रेश हीटिंग के निशान पाए गए, जिससे यह प्रतीत होता है कि डिरेलमेंट पटरी के टुकड़े के रेल ट्रैक पर रखे होने के कारण हुआ. यह टुकड़ा रेलवे लाइन पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा रखा गया होगा.
IB और NIA की टीमें जांच में जुटीं
शनिवार को ट्रेन दुर्घटना के बाद मौके पर पहुंचे कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने भी इस टुकड़े को देखकर मौके पर फॉरेंसिक टीम को जांच करने के लिए बुलाया था. फिलहाल रेलवे अधिकारियों द्वारा मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस मामले में आतंकी साजिश होने पर भी जांच कर रही है. बता दें कि इस मामले में IB और NIA की टीम भी जांच में लगाई गई हैं.