सैफ अली खान के हमलावर की ऐसे खुली पोल, पुलिस के काम आई ये टेक्नोलॉजी – भारत संपर्क
सैफ अली खान पर हुआ चाकू से हमला
बॉलीवुड के ‘छोटे नवाब’ यानी सैफ अली खान पर कल देर रात उनके ही घर में चाकू से हमला हुआ. हमलावर ने एक के बाद एक 6 वार उन पर किए और बाद में वह वहां से भाग गया. इस मामले में कई थ्योरी सामने आ चुकी है कि हमलावर कौन था? लेकिन उससे भी बड़ी बात ये है कि हमलावर तक पहुंचने में पुलिस की मदद टेक्नोलॉजी ने ही की. आखिर कौन सी टेक्नोलॉजी पुलिस के काम आई?
पुलिस ने सैफ अली खान के हमलावर की पहचान करने के लिए Data Dump टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया. इससे उसके फोन की लोकेशन पता चली और बाद में हमलावर की पहचान सुनिश्चित हुई. वहीं सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस इस पहचान को पुख्ता कर सकी.
क्या है Data Dump टेक्नोलॉजी?
पुलिस ने आरोपी की पहचान करने के लिए सैफ अली खान के घर के आसपास का डेटा डंप इकट्ठा किया. डेटा डंप, असल में उस एरिया में लगे मोबाइल टावर का डेटा होता है. पुलिस ने हमले के वक्त उस एरिया के सभी मोबाइल टावर से डेटा डंप को निकाला और इसी के आधार पर हमलावर तक पहुंच सकी.
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किसी भी एरिया में सीमित संख्या में ही मोबाइल फोन टावर लगे होते हैं. इन टावरों की मदद से ही उस एरिया में एक्टिव रहने वाले सभी मोबाइल फोन को नेटवर्क मिलता है. ऐसे में डेटा डंप टेक्नोलॉजी से ये पता चल जाता है कि किसी एक टावर से एक पर्टिकुलर टाइम पर कितने फोन जुड़े हुए थे. इससे फोन के एक्टिव रहने से लेकर वह कब स्विच ऑफ हुआ इसकी जानकारी भी निकल आती है. हालांकि ये सिर्फ फोन की लोकेशन ट्रेस करने के काम आता है, किसी व्यक्ति की नहीं.
हर मोबाइल टावर फोन कनेक्ट होने पर इस डेटा को स्टोर करता है. जब भी कोई फोन किसी टावर से कनेक्ट होता है, तो उस पर उसका एक लॉग (अकाउंट) बन जाता है. फिर जब ये फोन एक टावर की रेंज से निकलकर दूसरे टावर के पास पहुंचता है, तो उस टावर पर भी उसका लॉग बन जाता है.
डेटा डंप में जो डेटा स्टोर होता है, उसमें फोन से जुड़ी कई जानकारी IMEI नंबर, मैक एड्रेस, आईपी एड्रेस और लोकेशन सहित कई और मेटा डेटा शामिल होते हैं. अलग-अलग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके पुलिस इससे यूजर के कॉल लॉग्स, टेक्स्ट मेसेज, फाइल्स, ब्राउजिंग हिस्ट्री और ई-मेल जैसी जानकारियां भी इकट्ठा कर सकती हैं.
कैसे हुआ सैफ अली खान पर हमला?
सैफ अली खान पर हमले के मामले में आई ताजा जानकारी के मुताबिक उन पर हमला करने वाला उनके घर की हाउस हेल्प को जानता था. सैफ अली खान के बेटे जहांगीर की नैनी का हमलावर से 1 करोड़ रुपए को लेकर कोई विवाद था. वह उसी सिलसिले में सैफ के घर आया था, जिसकी आवाज सुनकर सैफ बीच-बचाव करने आए. इसी दौरान हमलावर ने उन पर चाकू से वार कर दिया.