Second Hand Smartphone: सेकंड हैंड फोन लेना पड़ेगा भारी, ये गलती डूबा देगी पैसे – भारत संपर्क

कई बार ब्रांड न्यू स्मार्टफोन खरीदने का बजट नहीं होता है. स्मार्टफन की कीमतें बढ़ने के वजह से भी लोग second hand smartphone खरीदने की प्लानिंग कर लेते हैं, हालांकि, ये सस्ता ऑप्शन हो सकता है, लेकिन इसमें कुछ नुकसान भी हो सकते हैं. अगर आप सेकंड हैंड स्मार्टफोन खरीदने का सोच रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
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Second Hand Smartphone के नुकसान
- सेकंड हैंड स्मार्टफोन में आपको कोई वारंटी या सर्विस नहीं होती है. अगर फोन में कोई दिक्कत आती है, तो उसे ठीक करवाने के लिए आपको खुद पैसे खर्च करने होंगे. नया फोन खरीदने पर आपको कंपनी की गारंटी और सर्विस मिलती है. जो सेकंड हैंड फोन में नहीं मिलती.
- पुराने स्मार्टफोन में बैटरी कैपेसिटी कम हो सकती है, जिससे जल्दी बैटरी खत्म हो जाती है. पुराने फोन के प्रोसेसर और कैमरा की परफॉर्मेंस भी नए स्मार्टफोन से कम हो सकती है.
- पुराने फोन में सॉफ्टवेयर अपडेट्स नहीं मिलते हैं. जिससे आपको नए फीचर्स और सिक्योरिटी पैच का बेनिफिट नहीं मिल पाता. जिसकी वजह से फोन धीरे-धीरे स्लो हो सकता है और आपका डेटा भी सेफ नहीं रहता.
- सेकंड हैंड फोन पर स्क्रैच, डेंट और बाकी इशू हो सकते हैं. इन चीजों का एक बार में पता नहीं चल पाता है. इस्तेमाल करने के बाद ही पता चल पाता है. जिसकी वजह से खरीदने के बाद आपको परेशानी हो सकती है.
सेकंड हैंड फोन लेते टाइम इन बातों का रखें ध्यान
- फोन के स्क्रीन, बैक पैनल और बाकी पार्ट्स को अच्छी तरह से चेक करें. फोन में कोई बड़ा डैमेज नजर आता है तो उस फोन को खरीदने से बचें.
- बैटरी हेल्थ चेक करें. अगर बैटरी बहुत जल्दी खत्म हो जाती है, तो आपको बैटरी बदलवानी पड़ सकती है.
- इसके अलावा ये चेक करें कि फोन में लेटेस्ट सॉफ्टवेयर और सभी फीचर्स काम कर रहे हों. फोन का IMEI नंबर चेक करके उसकी लीगल स्टेट्स भी चेक करें.
- भरोसेमंद व्यक्ति से ही सेकंड हैंड स्मार्टफोन खरीदें. ऑनलाइन या ऑफलाइन स्टोर से फोन खरीदते समय दुकान के रेटिंग और रिव्यूज पढ़ें.