चांदी ने बिखेरी अपनी चमक, भाव पहुंचा 90000 के पार, बन गया ऑल…- भारत संपर्क


चांदी ने बनाया नया रिकॉर्डImage Credit source: Unsplash
लोकसभा चुनाव का परिणाम आपको भले 4 जून को पता चले, लेकिन अगर आपने चांदी में निवेश किया है, तो शुक्रवार को उसने अपना फैसला सुना दिया है. इसकी वजह ये है कि चांदी की चमक अब दूर तक छिटककर फैल रही है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि शुक्रवार को चांदी ने अपने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए और इसका भाव 90,000 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर को पार कर गया. चांदी ने अपने ऑल-टाइम रिकॉर्ड हाई लेवल को छू लिया है. क्या आप जानते हैं कि चांदी का भाव आखिर क्यों चढ़ रहा है? चलिए आपको बताते हैं इसके पीछे की वजह…
बीते कई दिनों से सोने की कीमतों में तेजी देखी जा रही है. शुक्रवार को चांदी ने भी अपना जलवा दिखाया. कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स पर शाम के कारोबार में चांदी का भाव हाई जोन में 90,090 रुपए प्रति किलो के भाव पर पहुंच गया. नीचे में भी इसका स्तर 86,900 रुपए प्रति किलो के भाव पर रहा.
2500 से ज्यादा चढ़ा भाव
चांदी का पिछला बंद भाव 87,300 रुपए प्रति किलोग्राम था, लेकिन शुक्रवार के कारोबार में ये 89,925 रुपए प्रति किलोग्राम के आसपास ट्रेड कर रहा था. हालांकि ऊंचे में इसने 90,090 रुपए के स्तर को छुआ. इस तरह एक ही दिन में इसकी कीमत में 2,500 रुपए से अधिक की बढ़त दर्ज की गई. हालांकि सोने के भाव में भी बाजार में तेजी बनी रही.
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एमसीएक्स पर सोने का भाव शुक्रवार को ऊंचे में 73,782 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया. जबकि नीचे में ये 72,833 रुपए प्रति 10 ग्राम पर रहा. सोने में भी 500 रुपए प्रति 10 ग्राम के दायरे में कारोबार का उतार-चढ़ाव देखा गया.
टूट गया 13 साल का रिकॉर्ड
चांदी का प्राइस सिर्फ घरेलू बाजार में नहीं बल्कि इंटरनेशनल मार्केट में भी चढ़ा है. शुक्रवार को इसने 30.65 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक को छुआ, जो चांदी की कीमतों में 13 साल का नया हाई रिकॉर्ड है. चांदी की कीमतें आखिर बढ़ क्यों रही हैं.
चांदी की बढ़ती कीमतों को लेकर एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटी और करेंसी हेड अनुज कुमार गुप्ता कहते हैं कि चीन और भारत की ओर से चांदी की डिमांड बढ़ रही है, इसलिए इसकी कीमतों में उछाल देखा जा रहा है. वहीं इसकी इंडस्ट्रियल डिमांड काफी ज्यादा बढ़ी है, इसने भी इसकी कीमतों में आग लगा दी है.
चांदी का इस्तेमाल मोबाइल फोन से लेकर सेमीकंडक्टर बनाने में होता है. ये काफी सॉफिसेटिकेटेड कंडक्टर माना जाता है, इसलिए इसका इंडस्ट्रियल इस्तेमाल हाई कंपोनेंट्स में होता है.चीन में सेमीकंडक्टर का प्रोडक्शन फिर पटरी पर लौटने से इसकी डिमांड बढ़ रही है, वहीं भारत भी अब सेमीकंडक्टर के लिए चांदी की मांग बढ़ा रहा है.