सुस्त गति से चल रहा स्मार्ट मीटर लगाने का काम, विद्युत वितरण…- भारत संपर्क
सुस्त गति से चल रहा स्मार्ट मीटर लगाने का काम, विद्युत वितरण विभाग की कार्ययोजना में हो रही देरी
कोरबा। विद्युत कनेक्शन को स्मार्ट करने में विद्युत विभाग के कार्य की गति काफी धीमी गति से चल रही है। स्थिति यह है कि छह माह में जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में 24 हजार 889 विद्युत कनेक्शन में स्मार्ट मीटर लगाए जा सके हैं। जिले में लभभग 2 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाया जाना है। विद्युत वितरण विभाग की कार्ययोजना पिछड़ रही है। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी की ओर से कोरबा जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के घर, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, शासकीय व निजी संस्थानों के विद्युत कनेक्शन को स्मार्ट मीटर से जोडऩे का कार्य एक निजी कंपनी को दिया गया है। शहरी क्षेत्र के तुलसी नगर, पाड़ीमार और दर्री जोन में पुराने विद्युत मीटर को हटाकर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। कंपनी ने यह कार्य जून माह से शुरू किया था। लेकिन प्रक्रिया इतनी धीमी गति से चल रही है कि जिले में छह माह के भीतर लगभग 24 हजार 889 विद्युत कनेक्शनधारियों के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा सके हैं। यह अन्य जिले की अपेक्षा काफी पीछे है। यह कार्य शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी शुरू किया गया है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य और भी बुरा है। इधर कई उपभोक्ता स्मार्ट मीटर लगने के बाद प्री-पेड भुगतान करने की प्रक्रिया को देखते हुए रूचि नहीं दिखा रहे हैं। हालांकि अभी प्री-पेड भुगतान की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। विभाग का दावा है कि स्मार्ट मीटर की तकनीकी प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्री-पेड रिचार्ज शुरू किया जाएगा। बताया जा रहा है कि शहरी क्षेत्र के कई इलाके में कर्मचारी स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर सर्वे करते हैं। इसके बाद स्मार्ट मीटर लगाने के लिए नहीं आ रहे हैं। इसकी वजह से गली मोहल्ले के ज्यादातर घरों में नए मीटर नहीं लग पाए हैं।
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647 ट्रांसफार्मर में ही लग सके हैं स्मार्ट मीटर
कंपनी की ओर से घर, व्यवसायिक प्रतिष्ठान और संस्थानों में ही नहीं, बल्कि ट्रांसफार्मरों और 11 केवी लाइनों में भी स्मार्ट कनेक्शन से जोड़ा जाना है। यह कार्य भी सुस्त गति से चल रही है। एक आंकड़े के मुताबिक अब तक जिले के 647 ट्रांसफार्मरों में ही स्मार्ट मीटर लगाए जा सके हैं। जबकि शहरी क्षेत्र में ही 1500 से अधिक ट्रांसफार्मर है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में ट्रांसफार्मर की संख्या लगभग 1500 से अधिक है। इसी के माध्यम से विभाग की ओर से विद्युत वितरण को नियंत्रण में रखेगी। बताया जा रहा है कि यह 4जी कनेक्शन के साथ 100 एमबीपीएस स्पीड से काम करेगी। यह रीयल टाइम यानी ट्रांसफार्मर में क्षेत्र की बिजली खपत और घरों में उपयोग होने वाली खपत की सही जानकारी उपलब्ध कराएगी।