इंदौर से मेघालय तक सोनम बेवफा,हनीमून की खुशियां बनीं मातम –…- भारत संपर्क


देश भर में चर्चा का विषय बना एक नवविवाहित जोड़े का हनीमून, जो प्रेम और खुशी की शुरुआत होना चाहिए था, एक भयावह हत्या और रहस्य का कारण बन गया। यह मामला अब न केवल आमजन को झकझोर रहा है, बल्कि संत समाज और समाजसेवियों को भी पीड़ा में डाल रहा है।
मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को पूरे धूमधाम से संपन्न हुई थी। परिवार और मित्रों में उत्साह था और सभी ने इस नवविवाहित जोड़े को खुशहाल जीवन के लिए आशीर्वाद दिया। शादी के कुछ ही दिन बाद, यह जोड़ा मेघालय के लिए हनीमून पर रवाना हुआ।

लेकिन इस सपनों भरे हनीमून का अंत बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाला हुआ। मेघालय से सामने आई खबर ने पूरे देश को हिला कर रख दिया — राजा रघुवंशी की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई और मामले की जांच एक रहस्यमयी हत्याकांड के रूप में की जा रही है।
इस हृदयविदारक घटना के सामने आने के बाद, बिलासपुर हाँफा स्थित देवाधिदेव सिद्ध बघर्रा पाठ भगवान नृसिंह देव मंदिर के आचार्य धनेश उपाध्याय जी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए सख्त बयान दिया है।
आचार्य धनेश उपाध्याय जी का बयान:
“मैंने सोशल मीडिया के माध्यम से इस घटना के बारे में जानकारी प्राप्त की। यह बेहद दिल दहला देने वाली और झकझोर देने वाली घटना है। अगर इस मामले में लड़की या कोई अन्य गुनहगार पाया जाता है, तो उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए। यह घोर कलयुग का संकेत है कि विवाह जैसे पवित्र बंधन को लोग छल और कपट का माध्यम बना रहे हैं।”
उन्होंने समाज के सभी पालकों और अभिभावकों से भी अपील की कि वे शादी जैसे फैसलों में जबरदस्ती ना करें। उन्होंने कहा, “शादी सात जन्मों का बंधन है, इसे किसी के ऊपर थोपना नहीं चाहिए। लड़की की इच्छा के बिना की गई शादी में अक्सर दुखद परिणाम देखने को मिलते हैं।”

जाँच में जुटी तीन राज्यों की पुलिस:
इस जघन्य हत्याकांड ने मेघालय पुलिस के साथ-साथ मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश पुलिस को भी जांच में शामिल कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार, सोनम रघुवंशी से कई दौर की पूछताछ की जा चुकी है और मामले में अंदरूनी साजिश की भी आशंका जताई जा रही है। पुलिस को इस बात के भी सबूत मिले हैं कि घटना पूर्व-नियोजित हो सकती है।
समाज में मचा आक्रोश:
सोशल मीडिया पर लोग पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाना चाहिए और न्याय प्रणाली को तेज़ी से काम करना चाहिए।
यह घटना न केवल एक प्रेम विवाह के कड़वे सच को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि शादी जैसे पवित्र रिश्ते में कितनी गहराई और संवेदनशीलता की आवश्यकता है। अब पूरा देश राजा रघुवंशी को न्याय दिलाने के लिए एकजुट होता नजर आ रहा है।
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