स्टॉक, म्यूचुअल फंड या सोना चांदी…चुनावी नतीजों से पहले…- भारत संपर्क

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स्टॉक, म्यूचुअल फंड या सोना चांदी…चुनावी नतीजों से पहले…- भारत संपर्क
स्टॉक, म्यूचुअल फंड या सोना-चांदी...चुनावी नतीजों से पहले कहां लगाएं दांव, कहां मिलेगा मोटा रिटर्न?

चुनावी नतीजों से पहले कहां लगाएं दांव?

शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड हो या फिर सोना-चांदी निवेशक…सभी को 4 जून का बेसब्री से इंतजार है. 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे. PM मोदी और बीजेपी के दिग्गज नेता बार-बार कह रहे हैं कि 4 जून को चुनाव नतीजे आने के बाद शेयर मार्केट में तेजी आएगी. वहीं, सोना-चांदी भी रोज नया रिकॉर्ड बना रहे हैं और निवेशकों को मालामाल कर रहे हैं. ऐसे में अगर आप भी 4 जून से पहले निवेश का प्लान बना रहे हैं तो ये खबर आपके काम की है. ये खबर आपके निवेश के कंफ्यूजन को दूर कर सकती है और यहां हम बताएंगे कि आप कहां दांव लगाकर मोटा रिटर्न हासिल कर सकते हैं.

शेयर बाजार पर PM मोदी ने क्या कहा?

हाल ही में एक मीडिया इंटरव्यू में PM मोदी से पूछा गया था कि क्या चुनाव नतीजों को लेकर शेयर बाजार में घबराहट दिख रही है? इस पर मोदी ने कहा कि जब चुनाव के नतीजे आएंगे तो पूरे हफ्ते ट्रेड करने वाले लोग थक जाएंगे. PM मोदी ने कहा कि चुनाव नतीजे आने के बाद शेयर बाजार में तेजी आएगी और निवेशकों को इसका फायदा होगा. कुछ दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी निवेशकों को 4 जून 2024 से पहले सस्ते में शेयर खरीदने की सलाह दी थी. उनका कहना था चुनाव नतीजों के बाद बाजार में तेजी आएगी. उन्होंने यह भी कहा था कि शेयर मार्केट में गिरावट को चुनावों से जोड़ना सही नहीं है.

कहां लगाएं दांव?

अब सवाल यह है कि चुनाव के नतीजे आने तक निवेशकों को क्या करना चाहिए? ऐसे में इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दिग्गज बाजार जानकारों ने इस बारे में अपनी राय बताई है. टेलविंड फाइनेंशियल सर्विसेज के जॉइंट एमडी विवेक गोयल ने निवेशकों से कहा है कि संभावित प्रॉफिट बुकिंग के लिए अपने पोर्टफोलियो में स्टॉक और म्यूचुअल फंड की समीक्षा करें. खासकर उन सेगमेंट में इसकी जरूरत है जिनमें तेज उछाल देखा गया है. इससे आपको जोखिम से निपटने में मदद मिलेगी. वहीं, एक अन्य जानकार का कहना है कि यह तीन अंकों के पीई रेश्यो पर कारोबार कर रहे कई शेयरों को बेचने का एक अच्छा अवसर है.

ऐसे करें प्लानिंग

बाजार जानकारों के मुताबिक, निवेशकों को चुनाव नतीजों को लेकर निवेश को दो हिस्सों में बांटना चाहिए. इसका एक हिस्सा अभी निवेश करना चाहिए और दूसरा हिस्सा नतीजे घोषित होने के बाद. उनका कहना है कि जोखिम उठाने की क्षमता रखने वाले निवेशक अभी निवेश करना शुरू कर सकते हैं और बाद में और निवेश कर सकते हैं. चुनाव के नतीजे चाहे जो भी हों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे सेक्टरों को लेकर पॉजिटिव सेंटीमेंट बना हुआ है. बिजली, बैंक, रेलवे और डिफेंस सेक्टर के शेयरों में लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है लेकिन चुनाव नतीजों के तुरंत बाद इनमें उतार-चढ़ाव आ सकता है. इक्विटी में निवेश करते समय पांच साल से अधिक का लॉन्ग-टर्म फोकस महत्वपूर्ण है.

इन सेक्टर में तेजी संभव

रिन्यूवेबल एनर्जी, शिपिंग, पोर्ट, डिफेंस और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे प्रमुख क्षेत्र विकास के लिए तैयार हैं, जिससे समग्र अर्थव्यवस्था को लाभ होगा. नुवामा प्रोफेशनल क्लाइंट्स ग्रुप के कार्यकारी उपाध्यक्ष संदीप रैना के मुताबिक, अगर नतीजों के दिन से पहले बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहता है तो निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए. हालांकि शेयर की कीमतों में गिरावट कई लोगों के लिए एक अवसर हो सकती है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को निवेश रणनीति बनानी चाहिए और जल्दबाजी में फैसला लेने से बचना चाहिए.

म्यूचुअल फंड निवेशक क्या करें?

पेस 360 के अमित गोयल के मुताबिक, अगर भाजपा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करती है, तो बाजार और ऊपर जा सकता है. ऐसे में सवाल है कि म्यूचुअल फंड निवेशकों को अब क्या करना चाहिए? अगर आप आमतौर पर अपने लॉन्ग-टर्म लक्ष्यों को पूरा करने के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, तो चुनाव नतीजों से आपका म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो लंबे समय तक प्रभावित नहीं होगा. ऐसे में म्यूचुअल फंड निवेशकों को नतीजों की परवाह किए बिना अपने एसआईपी जारी रखने चाहिए.

सोना-चांदी निवेशकों के लिए सलाह

पिछले कुछ महीनों में सोने ने शानदार प्रदर्शन किया है, पिछले महीने निचले स्तर से लेकर उच्चतम स्तर तक 30% से अधिक की तेजी आई है. अगर आप अभी बाजार में आक्रामक रूप से एंट्री करने की योजना बना रहे हैं, तो यह एक चुनौती हो सकती है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक मार्केट एक्सपर्ट अमित गोयल का कहना है कि सोने पर लॉन्ग टर्म में तेजी की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन मौजूदा स्तरों पर इसे खरीदने की सलाह नहीं देते.

अगर आप बड़ी राशि निवेश करना चाहते हैं, तो मौजूदा बाजार की स्थिति का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करें. ऐसे में जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए लिक्विड फंड या गोल्ड ईटीएफ अच्छा विकल्प हो सकता है. वहीं, ग्लोबल टेंशन की वजह से चांदी भी रोज नए रिकॉर्ड बना रही है. जानकारों के मुताबिक, इसकी कीमतें 1 लाख के आंकड़े को जल्द ही पार सकती हैं.

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