100% स्कॉलरशिप, टॉप इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में पढ़ने का मौका, छात्रों के सपने…

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 2000 छात्रों को 100 से अधिक देशों की टॉप यूनिवर्सिटियों में पढ़ने और इंटर्नशिप हासिल करने का मौका देकर उनके सपनों को पूरा किया है. टॉप यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा हासिल करना हर छात्र का सपना होता है. लेकिन कमजोर आर्थिक परिस्थितियों के कारण कई होनहार छात्र अपना सपना पूरा नहीं कर पाते. उन प्रतिभाशाली छात्रों के सपनों को हकीकत में बदलने के लिए देश की नंबर 1 प्राइवेट यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी CUCET 2025 के माध्यम से 210 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति दे रही है.
CUCET एक शानदार पहल है, जिसके जरिए छात्र 100% तक स्कॉलरशिप हासिल कर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में विश्वस्तरीय शिक्षा हासिल कर सकते हैं. इस की जानकारी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर के सलाहकार प्रो. (डॉ.) आरएस बावा ने पठानकोट में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दी.
आर्थिक रूप से सशक्त बन रहे छात्र
प्रोफेसर बावा ने CUCET के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CUCET) 2025 हर साल हजारों छात्रों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रहा है. 2012 में मोहाली कैंपस की स्थापना के बाद से अब तक भारत के 28 राज्यों, 8 केंद्र शासित प्रदेशों और कई विदेशी छात्रों सहित 1.30 लाख से अधिक छात्रों ने यूनिवर्सिटी की स्कॉलरशिप का लाभ उठाया है. 2023-24 शैक्षणिक सत्र में पंजाब के 10,800 छात्रों में से 2,192 को स्कॉलरशिप मिली, जिनमें 54 छात्रों को 100% स्कॉलरशिप प्रदान की गई हैं.
2000 से अधिक छात्रों का सपना पूरा
प्रोफेसर बावा ने कहा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने अपने इंटरनेशनल स्टडी प्रोग्राम के माध्यम से 2,000 से अधिक छात्रों को कानूनी, सुरक्षित और किफायती (शुल्क रियायतों) तरीके से ग्लोबल यूनिवर्सिटियों में पढ़ने के लिए भेजकर उनके सपनों को पूरा किया है. इन छात्रों को 73 करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप दी गई है, जिसमें 12 करोड़ रुपए का स्टाइपेंड शामिल है. एक छात्र को सबसे अधिक 1.28 करोड़ की स्कॉलरशिप दी गई है.
स्कॉलरशिप के लिए कैसे करें आवेदन?
प्रो. बावा के बताया कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने साल 2025 में स्कॉलरशिप के लिए कुल 210 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं. इसमें से 170 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मोहाली, जबकि 40 करोड़ रुपए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के लखनऊ कैंपस में पढ़ने वाले छात्रों को दी जाएगी. उन्होंने कहा कि छात्र चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की वेबसाइट ( पर जाकर आसानी से आवेदन कर सकते हैं.
डिफेंस स्कॉलरशिप देकर आर्थिक मदद
इसके अलावा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने ‘आर्म्ड फोर्सेज एजुकेशनल वेलफेयर स्कीम (AFEWS)’ और ‘शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा स्कॉलरशिप’ के माध्यम से 5,723 छात्रों को 5.70 करोड़ रुपए की डिफेंस स्कॉलरशिप देकर आर्थिक सहायता प्रदान की है. यह भारत के बहादुर सशस्त्र बलों के परिजनों और बच्चों की शिक्षा के प्रति चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
मल्टीनेशनल कंपनियों की पसंदीदा यूनिवर्सिटी
शैक्षणिक सत्र 2024-25 की प्लेसमेंट जानकारी साझा करते हुए प्रो. बावा ने कहा, बेहतरीन प्लेसमेंट रिकॉर्ड के चलते चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी नेशनल और इंटरनेशनल ब्रांड्स व मल्टीनेशनल कंपनियों का पसंदीदा स्थान बन गई है. इस साल 904 कंपनियों ने प्लेसमेंट ड्राइव में भाग लिया और छात्रों को विभिन्न धाराओं में कुल 9124 जॉब ऑफर्स दिए. एक छात्र को 1.74 करोड़ रुपए का उच्चतम अंतरराष्ट्रीय पैकेज मिला, जबकि घरेलू स्तर पर उच्चतम पैकेज 54.75 लाख रुपए रहा.
31 कंपनियों ने 20 लाख रुपए या उससे अधिक और 52 कंपनियों ने 15 लाख रुपए से अधिक के पैकेज ऑफर किए, जिससे छात्रों को अपने सपनों की नौकरी पाने का अवसर मिला. प्रो. आरएस बावा ने बताया कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पंजाब के माझा प्रदेश से 1480 छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. शैक्षणिक सत्र 2024-25 में पंजाब के छात्रों को विभिन्न मल्टीनेशनल कंपनियों से 897 नौकरियों के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं.
पठानकोट के 17 छात्रों को मिली जॉब
पठानकोट के छात्रों की प्लेसमेंट की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पठानकोट के 17 छात्रों को विभिन्न मल्टीनेशनल कंपनियों और कॉरपोरेट कंपनियों से 19 नौकरियों के प्रस्ताव मिले हैं. पठानकोट निवासी और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग-बीटेक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों चहिल चौधरी ने मल्टीनेशनल कंपनी आईबीएम से और युवराज सिंह ने कोडिंग निंजा कंपनी से जॉब ऑफर प्राप्त किए हैं.
इसके अलावा पठानकोट की रहने वाली और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के एपेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एआईटी) से डिजिटल मार्केटिंग में एमबीए करने वाली स्मृति ठाकुर ने अपनी प्रतिभा से एचटी मीडिया से जॉब ऑफर हासिल किया है, जबकि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के एक अन्य छात्र और मूल रूप से पठानकोट के रहने वाले साहिल को टेस्टिंग एक्सपर्ट (डैमकोसॉफ्ट) से नौकरी का प्रस्ताव मिला है. उन्होंने सीयू के यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए किया है.
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी सब्जेक्ट रैंकिंग-2025
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की ग्लोबल रैंकिंग की जानकारी साझा करते हुए प्रो. बावा ने कहा, उद्योग के लिए कुशल और प्रतिभाशाली कार्यबल तैयार करने की प्रतिबद्धता के चलते सीयू घरेलू और ग्लोबल शिक्षा जगत में ऊंचाइयों को छू रही है, जिसका हाल ही में जारी क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी सब्जेक्ट रैंकिंग-2025 में एक बार फिर इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करते हुए दुनिया के शीर्ष यूनिवर्सिटियों में 231वीं रैंक हासिल की है.
अपनी स्थापना के सिर्फ 12 सालों में सीयू ने खुद को एक अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित किया है. क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में इसे भारत की नंबर 1 निजी यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया गया है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भारत में प्राइवेट यूनिवर्सिटियों के बीच सोशल साइंसेज और मैनेजमेंट में पहला रैंक और इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में दूसरा रैंक हासिल करके फिर से शानदार प्रदर्शन किया.
भारत के टॉप 20 यूनिवर्सिटियों में जगह
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में, जिसमें 104 विदेशी स्थानों पर 1,500 संस्थानों में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी शामिल थी, में सीयू ने शानदार प्रदर्शन किया है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 में भारत के शीर्ष 20 यूनिवर्सिटियों में भी स्थान दिया गया है.
प्रो. बावा ने आगे कहा, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा A+ रेटिंग दी गई है, जिससे यह NAAC A+ प्राप्त करने वाली भारत के शीर्ष 5% यूनिवर्सिटियों में शामिल हो गई है. सीयू को अमेरिका स्थित इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी मान्यता बोर्ड (ABET) से भी मान्यता प्राप्त है, जिससे यह मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग कार्यक्रमों वाले शीर्ष 0.1% भारतीय यूनिवर्सिटियों में शामिल हो गई है. इसे राष्ट्रीय मान्यता बोर्ड (NBA) द्वारा भी मान्यता प्राप्त है.
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की प्रमुख प्राथमिकता
प्रोफेसर बावा ने कहा, छात्रों को ग्लोबल शैक्षणिक और रिसर्च अनुभव प्रदान करना चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की प्रमुख प्राथमिकता है. इसी उद्देश्य से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 100 से अधिक देशों 550 अंतरराष्ट्रीय सहयोग स्थापित किए हैं, जिसके बाद अब तक 2000 से अधिक छात्रों को अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूके सहित विभिन्न देशों की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटियों में सेमेस्टर एक्सचेंज, इंटर्नशिप और अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से पढ़ने का अवसर मिला है.
सीयू में 1300 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय विजिटिंग फैकल्टी और 560 रिसर्च नेटवर्क स्कॉलर हैं, वहीं 65 देशों से 3,000 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय छात्र यहां पढ़ रहे हैं. इसके अलावा, 310 छात्रों ने फ्लोरिडा स्थित वॉल्ट डिज्नी वर्ल्ड में इंटर्नशिप और कल्चरल एक्सचेंज कार्यक्रमों में भाग लिया है.
प्रो. बावा ने बताया कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने रिसर्च और इनोवेशन में शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं. यूनिवर्सिटी के पास 14,700 से अधिक पब्लिकेशन्स और 4,300 से अधिक पेटेंट्स हैं, जिनमें 430 पंजाब के छात्रों के हैं. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 625 इन-हाउस और 1,416 पेटेंट एननोबल आईपी के सहयोग से दायर किए गए हैं. साल 2024 में 128 पेटेंट्स ग्रांट हुए हैं. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने रिसर्च-इंटेंसिव शिक्षा के लिए 15 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है. सीयू-टीबीआई के तहत 150 से अधिक सफल स्टार्ट-अप लॉन्च हुए हैं, जिनमें से 34 पंजाब के छात्रों के हैं.
युवाओं के लिए इंडस्ट्री ओरिएंटेड फ्यूचर
सीयू के इंडस्ट्री एकेडमी इंटरफेस के बारे में जानकारी साझा करते हुए, प्रोफेसर डॉ. आरएस बाबा ने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का इंडस्ट्री अलाइंड एकेडमी न केवल युवाओं को इंडस्ट्री ओरिएंटेड भविष्य के शैक्षणिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला प्रदान कर बढ़ावा देती है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में 30 से अधिक इंडस्ट्री स्पॉन्सर्ड एंड रिसर्च लेबोरेटरीज और माइक्रोसॉफ्ट सिस्को, हुंडई, टेक महिंया, कैपजेमिनी और आईबीएम जैसे प्रमुख बहुराष्ट्रीय निगमों द्वारा स्थापित 32 केंद्र भी हैं.
इंजीनियरिंग छात्रों के लिए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने माइक्रोसॉफ्ट इनोवेशन सेंटर, गूगल एंड्रॉइड लैब, क्लाउन कंप्यूटिंग लैब, ओरेकल एकेडमी, टेक महिंदा, आईएमएस एकेडमी, यूनिसिस इनोवेशन लैब, ईएमसी अकादमिक एलायंस, माइक्रोसॉफ्ट ग्लोबल टेक्निकल सपोर्ट सेंटर, रेड हैट एकेडमी लैब, एसएपी नेक्स्ट जेन लैब, इन्फॉर बैंक और माइक्रोसॉफ्ट एज्योर एलएएएस (लर्निंग एज ए सर्विस) प्लेटफॉर्म, बीओटी लैब, बॉश ब्रिज सेंटर और सिस्को नेटवर्किंग लैब, शीर्ष दिग्गजों के साथ सहयोग किया है. जो छात्रों को उच्च तकनीक प्रयोगशालाओं के साथ प्रैक्टिकल प्रशिक्षण प्रदान करते हैं.
मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग प्रोग्राम
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने वर्चुसा के सहयोग से क्लाउड कंप्यूटिंग में विशेषज्ञता के साथ कंप्यूटर साइंस में मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग प्रोग्राम प्रदान करती है, जो इसे भारत में सर्वाधिक मांग वाले सीएसई-सीसी कार्यक्रमों में से एक बनाता है. सीयू में कोफोर्ज के साथ सहयोग किया है.
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उभरते क्षेत्र जैसे, एआई, ब्लॉकचेन, बिग डेटा, एनालिटिक्स और फिनटेक, मशीन टर्निंग, वर्चुअल रियलिटी, आईओटी, बायोइनफॉरमैटिक्स, सूचना और नेटवर्क सुरक्षा, ग्रिड कंप्यूटिंग, स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग, जियो टेक्निकल इंजीनियरिंग, ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग, निर्माण प्रौद्योगिकी, पर्यावरण इंजीनियरिंग, जीआईएस जनसंसाधन इंजीनियरिंग आदि में अकादमिक कार्यक्रम प्रदान कराती है. जिन्हें विशेष रूप से उद्योग के दिग्गजों द्वारा डिजाइन किया गया है.
खेलों को भी बढ़ावा दे रही सीयू
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2024 में सर्वाधिक 71 पदक के साथ-साथ 2024 की प्रतिष्ठित मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (MAKA) ट्रॉफी जीतने वाली पहली निजी यूनिवर्सिटी बनी. यूनिवर्सिटी के खिलाड़ियों ने 2023-24 में 125 राष्ट्रीय और 68 अंतर्राष्ट्रीय पदकों सहित 543 पदक जीते हैं, जिनमें से 104 खिलाड़ी पंजाब से हैं. यूनिवर्सिटी ने खिलाड़ियों लिए 3.84 करोड़ की मेजर ध्यानचंद छात्रवृत्ति सहित 8.5 करोड़ रुपए वार्षिक बजट आवंटित किया है, जो खिलाड़ियों को विभिन्न सुविधाएं निःशुल्क प्रदान करती है. 562 लड़कियों सहित 1183 छात्र इस छात्रवृति का लाभ उठा रहे हैं.
इंटरनेशनल लेवल के खिलाड़ियों को किया तैयार
डॉ. बावा ने बताया कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खिलाड़ियों को तैयार किया है, जिन्होंने न केवल राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. बल्कि भारत को गौरवान्वित भी किया है. 2024 में ICC T20 विश्व कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी अर्शदीप सिंह चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र हैं. इसी तरह, अर्जुन पुरस्कार विजेता पवन शेरावत भी भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान हैं और भारतीय हॉकी खिलाड़ी संजय, जो पेरिस ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा थे तथा उन कई अन्य खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं, जिन्होंने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा प्राप्त की है.
लखनऊ में भारत का पहला AI कैंपस
डॉ बावा ने बताया कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) लखनऊ में भारत का पहला एआई-संवर्धित भविष्यवादी कैंपस पेश कर रही है. जिसे यूजीसी की मान्यता प्राप्त है और जो शैक्षणिक सत्र 2025-26 से इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, बिज़नेस मैनेजमेंट, हेल्थ और लाइफ साइंसेज, ह्यूमैनिटीज और लीगल स्टडीज़ जैसी छह स्ट्रीम्स में 50 एआई-संवर्धित ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स शुरू कर रही है.