स्वामी प्रसाद मौर्य केस: सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को जवाब दाखिल करने के … – भारत संपर्क
स्वामी प्रसाद मौर्य.
समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट से यूपी सरकार ने जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा. जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को 10 दिन का समय दे दिया है. मामला स्वामी प्रसाद मौर्य पर हिंदुओं की आस्था को आहत करने को लेकर है. मौर्य ने सुप्रीम कोर्ट में इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी है.
हाइकोर्ट ने 31 अक्तूबर, 2023 को मौर्य की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने प्रतापगढ़ की कार्यवाही को रद्द करने की अपील की थी. बता दें कि रामचरितमानस की प्रतियां जलाने को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्रतापगढ़ जिले में केस दर्ज किया गया है. इसी को रद्द करने के लिए मौर्य ने इलाहाबाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था.
क्या है मामला?
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सपा के राष्ट्रीय महासचिव और एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस की चौपाइयों को लेकर सवाल किए थे. उन्हीं के बयान के बाद लखनऊ में धार्मिक ग्रंथ की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया. दरअसल, मौर्य ने कहा था कि कई करोड़ लोग रामचरितमानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है. यह तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा था- सरकार को इसका संज्ञान लेते हुए रामचरितमानस से आपत्तिजनक अंशों को बाहर करना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए. तुलसीदास की रामचरितमानस में कुछ अंश ऐसे हैं, जिन पर हमें आपत्ति है. क्योंकि किसी भी धर्म में किसी को भी गाली देने का कोई अधिकार नहीं है. तुलसीदास की रामायण की एक चौपाई है, जिसमें इसमें वह शूद्रों को अधम जाति का होने का सर्टिफिकेट दे रहे हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य बने राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी की अध्यक्ष
उधर दूसरी तरफ, स्वामी प्रसाद मौर्य को राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया गया है. राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के संरक्षक और संस्थापक साहब सिंह धनखड़ ने गुरुवार को स्वामी प्रसाद मौर्य को पार्टी का अध्यक्ष घोषित किया. बता दें कि दो दिन पहले यानी मंगलवार को स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी छोड़ दी थी. सपा के महासचिव पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने एमएलसी पद से इस्तीफा दे दिया. एमएलसी पद से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद ने अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव और सपा से मेरा वैचारिक मतभेद रहा है. मैं स्वच्छ राजनीति में विश्वास करता हूं. अखिलेश यादव समाजवादी विचारधारा के खिलाफ जा रहे हैं.
नई पार्टी बनाने का किया था ऐलान
सपा से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि वो 22 फरवरी को अपनी नई पार्टी का ऐलान करेंगे. उनकी नई पार्टी का नाम राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी (RSSP) है. दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में स्वामी प्रसाद मौर्य को राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी बनाया गया है.