मिट्टी सैंपल का टारगेट पूरा, अब रिपोर्ट का इंतजार, डेढ़ हजार…- भारत संपर्क
मिट्टी सैंपल का टारगेट पूरा, अब रिपोर्ट का इंतजार, डेढ़ हजार किसानों को नहीं मिली है रिपोर्ट
कोरबा। जिले को खेत की मृदा स्वास्थ्य परीक्षण के लिए आठ हजार सैंपल की जांच के लिए लक्ष्य मिला है। सैंपल काम पूरा हो गया है, लेकिन जांच कार्य देरी से चल रही है। किसानों ने खेती-किसानी का काम शुरू लिया है। लेकिन डेढ़ हजार किसानों को अब भी रिपोर्ट का इंतजार है। केंद्र सरकार की योजना अंतर्गत मृदा परीक्षण के लिए अनुविभागीय कृषि कार्यालय में मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला संचालित है। तीन साल से लैब में मिट्टी की उर्वरता की जांच के कार्य काफी प्रभावित हो गए थे। पिछले साल से परीक्षण का कार्य शुरू हुआ है। इस साल आठ हजार खेतों के मिट्टी के सैंपल की का लक्ष्य मिला था। इस पांचों विकासखंड में विभाजित किया गया। ग्रामीण विकास विस्तार अधिकारियों ने मिट्टी के सैंपल एकत्र किए। यह सैंपल मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला को भेजा गया। लेकिन एक मशीन के लंबे समय से खराब पड़े रहने की वजह से जांच का कार्य धीमी गति से हुई। जुलाई माह के अंतिम पखवाड़े में इंजीनियर ने सुधार का काम किया। इसके बाद काम में तेजी आई। अब तक लगभग साढ़े छह हजार से अधिक सैंपल के जांच किए जा चुके हैं। इसकी रिपोर्ट पोर्टल पर अपडेट किया जा रहा है। लेकिन डेढ़ हजार से अधिक सैंपलों की जांच जारी है।स्वाईल हेल्थ कार्ड योजना अंतर्गत फसल उत्पान की प्रक्रिया प्रारंभ करने से पहले मिट्टी की जांच की जाती है। इसके लिए ग्रामीण विकास विस्तार अधिकारी (आरईओ) किसानों के खेत से मिट्टी का सैंपल लेकर कार्यालय में जमा करते हैं। लैब में 12 पैरामीटर में जांच की जाती है। रिपोर्ट आने के बाद किसान मृदा और स्त्रोतों के अनुकूल फसल में उपयोग पर्याप्त जरूरत के अनुसार उर्वरता को संतुलित बनाए रखते हैं। यह कार्ड लगभग तीन साल की अवधि के लिए प्रदान किए जाते हैं।