TATA Education Institute: टाटा ग्रुप के कितने स्कूल-काॅलेज, कहां किसकी होती है…
टाटा ग्रुप की ओर से देश में कई बड़े शैक्षणिक संस्थान खोले गए हैं.
टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहे रतन टाटा का बधुवार, 9 अक्टूबर को देर रात 86 साल की उम्र में निधन हो गया. मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने कई उपलब्धियां दर्ज की. टाटा ग्रुप शुरू से ही बिजनेस के साथ एजुकेशन सेक्टर में भी आगे रहा है. देश में कई बड़े संस्थानों की स्थापना टाटा ग्रुप की ओर से की गई. वहीं कई स्कूल भी ग्रुप की ओर से खोले गए. आइए जानते हैं कि देश में टाटा ग्रुप की ओर से कितने स्कूल और काॅलेज कहां-कहां खोले गए.
स्कूल और काॅलेज के अलावा टाटा ग्रुप राज्य सरकार और केंद्र सरकार के साथ मिलकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को पढ़ाने के लिए एनजीओ भी संचालित करता है. वहीं कई स्काॅलरशिप और फेलोशिप भी टाटा ग्रुप की ओर से दिए जाते हैं. कक्षा 6 से लेकर 12वीं तक के आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए स्काॅलरशिप ग्रुप की ओर से हर साल दी जाती है.
टाटा ग्रुप ने खोला पहला गर्ल्स स्कूल
देश में लड़कियों को अच्छी शिक्षा देने के लिए जमशेद दादा ने जेएन 1892 में टाटा एंडोमेंट की स्थापना की. इसके तहत टाटा ने गुजरात के नवसारी में बाई नवाजबाई टाटा गर्ल्स स्कूल की स्थापना, जो आज 160 साल से भी अधिक पुराना है. टाटा ग्रुप की वेबसाइट के अनुसार यह भारत में लड़कियों के लिए सबसे शुरुआती स्कूलों में से एक है. इसके अलावा टाटा ग्रुप की ओर से ग्लोबल मिशन स्कूल, ग्लोबल मिशन इंटरनेशनल स्कूल, लक्ष्मण ज्ञानपीठ स्कूल, शिशु मंदिर भी संचालित है.
भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु
भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु की स्थापना 1909 में उद्योगपति जमशेदजी नुसरवानजी टाटा, मैसूर शाही परिवार और भारत सरकार के बीच साझेदारी से हुई थी. यह रिसर्च यूनिवर्सिटी है. आईआईएससी देश की प्रमुख रिसर्च संस्थानों में शामिल है. भारतीय विज्ञान संस्थान में साइंस, इंजीनियरिंग, डिजाइन और मैनेजमेंट के कई कोर्स संचालित किए जाते हैं.
संस्थान एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, मटैरियल साइंस और बायोटेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में अपनी रिसर्च के लिए जाना जाता है. संस्थान के यूजी कोर्स में दाखिले के लिए नेशनल एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है, जिसका आयोजन आईआईसीएस बेंगलुरु की ओर से हर साल किया जाता है.
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR), मुंबई की स्थापना जेआरडी टाटा की ओर से 1945 में की गई थी. संस्थान प्रमुख रूप से प्राकृतिक विज्ञान, गणित और कम्प्यूटर साइंस में रिसर्च के लिए जाना जाता है. ग्रेजुएट कोर्स के साथ यहां पर डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की भी पढ़ाई होती है. संस्थान की ओर से पीजी प्रोग्राम में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है. एग्जाम में सफल स्टूडेंट्स को एडमिशन मिलता है.
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, मुंबई
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की स्थापना 1936 में सर दोराबजी टाटा की गई थी. पहले इसका नाम सर दोराबजी टाटा ग्रेजुएट स्कूल ऑफ सोशल वर्क था, जिसे 1944 में बदलकर टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज कर दिया गया. यह देश का पहला प्रमुख सामाजिक कार्य संस्थान है.
संस्थान के यूजी और पीजी कोर्स में दाखिला टीआईएसएस नेशनल एंट्रेंस टेस्ट के जरिए होता है. इस इंस्टीट्यूट में पढ़ाए जानें वाले कोर्स सोशल साइंस पर केंद्रित हैं. प्रबंधन और श्रम अध्ययन, आपदा अध्ययन, विकास अध्ययन, शिक्षा, लिंग अध्ययन, स्वास्थ्य अध्ययन, सार्वजनिक नीति आदि से संबंधित कोर्स की पढ़ाई यहां कराई जाती है.
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