कमॅर्शियल माइनिंग के तहत टेवानारा और फुलकडीह नाला कोल ब्लॉक…- भारत संपर्क

कमॅर्शियल माइनिंग के तहत टेवानारा और फुलकडीह नाला कोल ब्लॉक होगी नीलाम, दोनों ब्लॉक में कुल 140.161 मिलियन टन कोल भंडार
कोरबा। कमर्शियल माइनिंग के तहत जिले की दो और कॉल ब्लॉक की नीलामी होगी। 12 वें दौर की नीलामी में जिले की दो और खदानों को शामिल किया गया है। दोनों कोल ब्लॉक में 140 मिलियन टन से अधिक कोयला भंडार मौजूद है। बोली में दोनों ब्लॉक पर बड़ी कंपनियों के दिलचस्पी दिखाए जाने की उम्मीद है। कोयला मंत्रालय द्वारा कमॅर्शियल माइनिंग के तहत नीलामी के 12वें चरण में छत्तीसगढ़ की 7 कोयला खदानों को सम्मिलित किया गया है। इनमें रायगढ़ जिले की 3 तथा कोरबा व बलरामपुर जिले की दो- दो कोयला खदान है।12वें दौर की नीलामी के लिए कोरबा जिले में स्थित रजगामार डिपसाइड टेवानारा व रजगामार डिपसाइड साउथ ऑफ फुलकडीह नाला को सूचीबद्ध किया गया है। रजगामार डिपसाइड देवनारा में 78.464 मिलियन टन अनुमानित कोल रिजर्व है। पूर्व में इस खदान को एपीआई इस्पात एंड पॉवरटेक प्राइवेट लिमिटेड तथा सीजी स्पंज मैन्यूफैक्चर्स कंसोर्टियम कोलफील्ड्स लिमिटेड को आबंटित किया गया था। रजगामार डिपसाइड साउथ ऑफ फुलकडीह नाला में 61.697 मिलियन टन अनुमानित कोयला भंडार है। इस कोल ब्लॉक क्षेत्र में 89 फीसदी जंगल है। पूर्व में मोनेट इस्पात एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड व टॉपवर्थ स्टील प्राइवेट लिमिटेड को आबंटित किया गया था। बताया जाता है कि दोनों खदानों की आबंटित कंपनियों का आबंटन निरस्त कर दिया गया था। अब एक बार फिर से दोनों कोयला खदानों को नीलामी के माध्यम से बिक्री के लिए रखा गया है।
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विजय सेंट्रल कोयला खदान हो चुकी है नीलाम
अभी हाल ही में कोरबा जिले में स्थित विजय सेंट्रल कोयला खदान 11वें दौर की नीलामी में रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड को मिली है।खदान में 56.750 मिलियन टन अनुमानित कोल रिजर्व है। जिसे हासिल करने के लिए रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड ने सर्वाधिक बोली लगाई। पूर्व में विजय सेंट्रल कोयला खदान को कोल इंडिया और एसकेएस इस्पात एंड पावर लिमिटेड को आबंटित किया गया था। कमर्शियल माइनिंग के तहत नीलाम हुई विजय सेंट्रल संभवत: कोरबा की पहली खदान है। हालांकि नीलामी सूची में जिले के कई कोल ब्लाक शामिल रहे हैं।