कोल सेक्टर में शुरू हुई बोनस की सुगबुगाहट, अब कर्मियों को…- भारत संपर्क
कोल सेक्टर में शुरू हुई बोनस की सुगबुगाहट, अब कर्मियों को बोनस बैठक का इंतजार, फायदे में है कंपनी, इस बार ज्यादा बोनस की है उम्मीद
कोरबा। कोयला कर्मियों की नजर अब दुर्गापूजा पर मिलने वाले बोनस (प्रॉफिट लिंक्ड रिवार्ड) पर है। कोयला क्षेत्र में अब चर्चा का मुख्य विषय बोनस ही है। कोल सेक्टर का बोनस कोयलांचल में पूजा का सबसे बड़ा आकर्षण है। तीन अक्तूबर से दुर्गापूजा शुरू हो रही है। इसके पहले बोनस को लेकर प्रबंधन और यूनियन प्रतिनिधियों के बीच बैठक संभव है। भुगतान पंचमी-षष्ठी तक होता है। वर्ष 2023 में कोयला 85000 बोनस मिला था। इस बार 91,800 रुपए तक बोनस मिल सकता है। फिलहाल बोनस भुगतान को लेकर कोल इंडिया में प्रॉफिट लिंक्ड स्कीम लागू नहीं है। प्रबंधन यूनियन प्रतिनिधियों के बीच वार्ता से बोनस तय किया जाता है। वैसे इसी साल जून महीने में कोल इंडिया एपेक्स जेसीसी की बैठक में यूनियनों के समक्ष प्रॉफिट लिंक्ड स्कीम का प्रस्ताव कोल इंडिया प्रबंधन ने दिया था। हालांकि ट्रेड यूनियन नेताओं ने प्रबंधन के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। यानी इस बार भी प्रबंधन यूनियन के बीच वार्ता से ही बोनस की राशि तय की जाएगी। कई यूनियन नेताओं ने बातचीत में संकेत दिया है कि प्रॉफिट लिंक्ड स्कीम से कम बोनस तो नहीं मिलेगा। कोल इंडिया को बीते वित्तीय वर्ष में रिकॉर्ड मुनाफा हुआ है। पिछले एक दशक में कोयलाकर्मियों को वर्षवार मिले बोनस पर नजर डालें तो हमेशा वृद्धि का रुख रहा है। इस आधार पर कह सकते हैं कि 2024 में भी पिछले वर्ष से ज्यादा ही बोनस मिलेगा। वर्ष 2022 के मुकाबले 2023 में 8500 रुपए बढ़ाकर बोनस का भुगतान किया गया था। वर्ष 2022में 76,500 बोनस मिला था। वहीं वर्ष 2023 में 85,000 बोनस दिया गया था। यदि 2024 में भी बोनस में 8500 रुपए की वृद्धि होती है तो गत वर्ष से कहीं ज्यादा रुपए तक बोनस मिल सकता है। यह रकम प्रॉफिट लिंक्ड स्कीम से थोड़ी ज्यादा ही है। वैसे बैठक के बाद ही पता चलेगा कि बोनस की राशि कितनी तय होगी। जल्द बैठक की तिथि की घोषणा के आसार हैं। एसईसीएल के बोनस का सबसे ज्यादा पैसा कोरबा जिले में आता है। जिसे लेकर बोनस से बाजार में बूम देखने को मिलेगा।