कोर्ट पहुंचा दंपत्ति, दिखाया मैरिज सर्टिफिकेट… आर्य समाज चौक ने कहा- हमने… – भारत संपर्क
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक हैरान करने वाला मामला सामे आया है. इलाहबाद हाईकोर्ट के जज ने एक मामले में प्रयागराज कोतवारी के एसएचओ को शादीशुदा बताकर कोर्ट से संरक्षण मांगने आए जोड़े के बारे में जांच कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं. कोर्ट ने कहा कि पुलिस जांच कर जानकारी इकट्ठा करें कि युवक और युवती की शादी हुई है या नहीं. अगर हुई है तो किस संस्थान से किया है. विवाह का प्रमाण पत्र किस संस्था से किसने दिलाया है.
प्रयागराज कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले युवक और युवती ने खुद को बालिग बताकर कहा कि उन्होंने अपनी मर्जी से शादी की है लेकिन उन्हें विरोधियों से खतरा है. इसलिए वो कोर्ट से संरक्षण की अपील करते हैं. वहीं कोर्ट ने पुलिस से इस मामले में जांच करने के निर्देश दिए हैं. वहीं युवक-युवती ने जिस संस्था का प्रमाण पत्र कोर्ट में दिया है उस संस्था ने प्रमाण पत्र जारी करने से इनकार किया है.
“हमने नहीं जारी किया सर्टिफिकेट”
कोर्ट में शादी कराने वाली संस्था आर्य समाज चौक प्रयागराज के अध्यक्ष और सचिव ने प्रमाणपत्र जारी करने से इनकार करते हुए कहा कि हमारे यहां से शादी नहीं की गई है. कोर्ट को जो प्रमाण पत्र दिया गया वो उसमें हमारे हस्ताक्षर नहीं है. वहीं कोर्ट ने याचिका दायर करने वाले जोडे़ से जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया है. कोर्ट में अगली सुनवाई 16 अक्टूबर को होगी. वकील की दलील पर जज ने कहा कि अगर सहयोग जोडे़ ने सहयोग नहीं किया तो अगली सुनवाई में उन्हें विस्तृत रिपोर्ट के साथ पेश किया जाए.
पुलिस को कोर्ट ने दिए निर्देश
कोर्ट में सुनवाई के दौरान आर्य समाज संस्था के वकील ने कहा कि जो प्रमाणपत्र दाखिल किया गया है वो फर्जी है. वह आर्य समाज संस्था का नहीं है. इस दौरान संस्था की तरफ से रजिस्टर भी पेश किया गया. वहीं पुरोहित पंकज शुक्ला ने कहा कि उन्होंने याचिकाकर्ताओं की शादी नहीं कराई है. न ही विवाह प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर किया है. उन्होंने ये भी कहा कि संस्था ने ऐसा कोई प्रमाण पत्र भी नहीं दिया. जिसके बाद कोर्ट पुलिस को जांच करने और सही जानकारी कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं.