रूसी तेल के सामने नहीं चलेगा खेल, भारत में महंगाई होगी फेल!…- भारत संपर्क
महंगाई का खेल खत्म करेगा रूसी तेल
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने चालू वित्त वर्ष में देश के अंदर महंगाई दर 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है. अब लग रहा है कि जल्द ही ये सच में तब्दील हो सकता है, क्योंकि रूसी तेल देश में मौजूदा महंगाई के खेल को खत्म कर सकता है. भारत का रूस से कच्चे तेल का आयात एक बार फिर बढ़ा भी है. चलिए समझते हैं ये पूरा हिसाब-किताब
पेट्रोल-डीजल और महंगाई की लुका-छिपी
भारत सरकार देश में महंगाई को लेकर 2 तरह के आंकड़े जारी करती है. इसमें एक है रिटेल इंफ्लेशन के लिए कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) और दूसरा है थोक महंगाई के लिए होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI). भारतीय रिजर्व बैंक महंगाई कंट्रोल करने के लिए जब अपनी मौद्रिक नीति बनाता है, तो वह सीपीआई का डेटा देखता है.
अब अगर इन दोनों डेटा को देखेंगे तो पाएंगे कि फ्यूल और एनर्जी ( यानी पेट्रोल- डीजल, रसोई गैस और बिजली) का वेटेज काफी तगड़ा है. सीपीआई में ये 6.84 प्रतिशत तो डब्ल्यूपीआई में 13.51% का वेटेज रखता है. इसलिए महंगाई को नियंत्रित करने के लिए पेट्रोल और डीजल एक बड़ा फैक्टर है. देश में लंबे समय से पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर रहने का ही नतीजा है कि महंगाई के स्तर को नीचे लाने में मदद मिली है. फरवरी 2024 में रिटेल महंगाई 5.09 प्रतिशत रह गई थी.
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भारत ने बढ़ाया रूसी तेल का आयात
भारत में लंबे समय से पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं. इस बीच खबर ये है कि भारत का रूस से कच्चे तेल का आयात बढ़ गया है. चुनावों के मद्देनजर भारत सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 में जमकर रूस से कच्चे तेल का इंपोर्ट किया. भारत के कुल क्रूड ऑयल इंपोर्ट में रूसी तेल की हिस्सेदारी बढ़कर 35 प्रतिशत हो गई है, जो 2022-23 में 23 प्रतिशत थी.
क्रूड ऑयल इंपोर्ट का डेटा ट्रैक करने वाली ट्रैकर कंपनी वोर्टेक्सा के मुताबिक रूसी तेल का आयात बढ़ने से भारत की बास्केट में सउदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और अमेरिका की हिस्सेदारी कम हुई है. 2023-24 में भारत के कच्चे तेल आयात में इराक से 20 प्रतिशत तेल आयात हुआ जो 2022-23 में 21 प्रतिशत था, इसी तरह सउदी अरब की इंपोर्ट में हिस्सेदारी 17.5 प्रतिशत से घटकर 15 प्रतिशत, अमेरिका की हिस्सेदारी 5.5 प्रतिशत से घटकर 3.5 प्रतिशत रह गई है.
भारत को डिस्काउंट पर मिलता है रूसी तेल
भारत ने वित्त वर्ष 2023-24 में रूस से हर दिन 15.7 लाख बैरल कच्चा तेल आयात किया है. जबकि इराक से 8.9 लाख बैरल और सउदी अरब से 6.9 लाख बैरल प्रति दिन तेल इंपोर्ट किया गया है.
भारत को रूस से डिस्काउंट पर तेल मिलता है. इसलिए भारतीय रिफाइनरी रूस से कच्चा तेल आयात कर रही हैं, अन्यथा भारत को रूस से कच्चा तेल जहाज से मंगाना महंगा पड़ता है.