जो विधायक RSS की खबर दे रहा था, वो पीछे से BJP में चला गया… अमेठी की लड़ा… – भारत संपर्क
अखिलेश यादव.
समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने टीवी9 नेटवर्क के खास कार्यक्रम सत्ता सम्मेलन में अमेठी और रायबरेली में चुनाव पर खुलकर बातचीत की. उन्होंने दावा किया कि चुनाव में बीजेपी और एनडीए की हार होगी. बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने एक विधायक का जिक्र किया, जो आरएसएस की उन्हें खबर देता था, लेकिन बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गया. उन्होंने सवाल किया कि इससे पता चलता है कि बीजेपी कितनी घबराई हुई है.
रायबरेली को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी इस बारे में राहुल गांधी से कोई बात नहीं हुई है. बात कुछ हुई है, लेकिन उस पर चर्चा नहीं कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि रायबरेली में समाजवादी पार्टी का संगठन है. समाजवादी का बहुत पुराना संगठन है. विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ज्यादा सीटें जीतती रही है. कांग्रेस के लोग हैं और संगठन समाजवादी का है. इस बार देख लीजिएगा. समाजवादी पार्टी का संगठन और वहां के लोग बीजेपी को बुरी तरह से पराजित करेंगे.
रायबरेली-अमेठी में होगी जीत
यह पूछे जाने पर क्या राहुल गांधी को अमेठी छोड़ना चाहिए था? अखिलेश यादव ने कहा कि यह उनका विचार था. वह किस तरीके से चुनाव लड़ना चाहते हैं. जो फैसला लिया है, अच्छा पैसला लिया है. रायबरेली से भी जीत होगी और अमेठी से भी जीत होगी.
उन्होंने कहा कि बीजेपी की हार इसी में हो गई कि जिस प्रजापति को इन्होंने जेल भेजा. झूठे मुकदमे लगाकर प्रजापति को झूठा फंसाया गया. बीजेपी के लोग ऐसे हैं, किसी को फंसा दें. प्रजापति को झूठा फंसाया. प्रजापति को नाम लेकर कई स्टोरी प्रकाशित हुई होगी.
और विधायक मुझे छोड़कर चला गया
उन्होंने सवाल किया कि आज मुंह क्यों बंद हो गया? प्रजापति के परिवार को बीजेपी ने साथ रख लिया और षडयंत्रकारी विधायक हमें भी छोड़कर चला गया. उसको क्या लालच दिया होगा? इसी से लगता है कि बीजेपी हारी हुई है.
अखिलेश यादव ने कहा कि एक विधायक पीछे बैठता था. समय-समय पर आरएसएस की सूचना देता था. मुझे लगता था कि अच्छा आदमी है. भरोसे का आदमी है. मेरे पीछे-पीछे बैठे-बैठे बीजेपी में चला गया. इससे पता चलता है कि बीजेपी कितनी घबराई हुई है. प्रजापति के परिवार को बदनाम करने के लिए क्या-क्या किया. हमारा विधायक तोड़ लिया. क्या लालच दिया होगा? मुझे नहीं पता, सोचो, बीजेपी कितनी घबराई हुई है.