जिले में मुख कैंसर रोगियों की संख्या में हो रहा इजाफा,मामले…- भारत संपर्क
जिले में मुख कैंसर रोगियों की संख्या में हो रहा इजाफा,मामले करीब 200 गुना बढ़े, सावधानी है जरूरी
कोरबा। मुखशुद्धि के नाम पर नशे से युक्त पान, गुटका-पाउच और इस प्रकार की सेहतविरोधी आदतें बड़ों में ओरल कैंसर जैसे भयावह रोग का कारण बन रहे हैं। दूसरी ओर घर पर पके शुद्ध और सेहत से भरपूर भोजन की बजाय बाहर की दावत, पिज्जा-बर्गर का जायका बच्चों को मुख संबंधी समस्याओं की चपेट में ले रहा है। आलम यह है कि अनियमित लाइफ स्टाइल और तंबाकू-धुम्रपान की लत के चलते बीते एक दशक में मुख, गले और जीभ के कैंसर के मामले करीब 200 गुना बढ़ गए हैं। यह हम नहीं कह रहे, बल्कि जिले में वर्षों से लोगों की सेहतभरी मुस्कान के लिए चिकित्सकीय सेवा प्रदान कर रहे दंतरोग विशेषज्ञों के अनुभव हैं, जिन्होंने इसे बड़ी चिंता करार देते हुए लोगों को अपनी आदत व खान-पान में सुधार लाने की गुजारिश की है। उनका यह भी कहना है कि एक से डेढ़ दशक पहले तक ज्यादातर परिवार घर की रसोई में तैयार लंच-डिनर साथ बैठकर किया करते, जो न केवल खुशहाल परिवार की, बल्कि सेहतमंद शरीर के लिए संजीवनी होता था। एक बार फिर बाहर खाने की आदत छोडक़र घर का शुद्ध भोजन अपनाएं, तो मजबूत दांतों के साथ खो रही अपनी खूबसूरत मुस्कान वापिस पाई जा सकती है। चिकित्सकों बताया कि पान-गुटखा, तंबाकू, बीड़ी-सिगरेट जैसी सेहतविरोधी आदतें बड़ों, तो घर की दाल-चावल, रोटी-सब्जी से दूर होकर पिज्जा-बर्गर व चिप्स जैसी चीजों की ओर आकर्षण बच्चों की सेहतभरी मुस्कान छीन रही हैं। अनुचित खान-पान, अनियमित दिनचर्या, खाद्य सामग्रियों में पेस्टिसाइट्स का असर व स्ट्रेस वाली लाइफस्टाइल के चलते आज के समय में जो सबसे घातक प्रभाव के रूप में सामने आ रही है, वह है मुंह, गले और जीभ का कैंसर। इसी तरह बच्चों में कैविटी, दांतों की सडऩ, समय से दांत गिरते नहीं हैं, तो नए दांत आने में देरी व बनावट बिगड़ जाने की परेशानियां आम हो चली हैं। यही वजह है जो दस साल पहले तक जहां मेरी क्लीनिक में ओरल के कैंसर के तीन-चार या पांच केस सालभर में सामने आते थे, अब की स्थिति ऐसी है कि हर माह तीन-चार केस दिख जाते हैं। दस साल में इस तरह के मामले 200 प्रतिशत बढ़ गए हैं, जो बड़ी चिंता का विषय है। डॉ अग्रवाल ने कहा कि घर का शुद्ध भोजन दांतों के रास्ते पूरे शरीर को मजबूती और सेहतमंद जिंदगी के जिए सर्वश्रेष्ठ है, इसे अपनाएं और भयावह रोगों से दूर रहें।
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पीएम जनमन में भी ओरल स्वास्थ्य को प्रोत्साहन
जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी सभी स्वास्थ्य केंद्रों में मुख संबंधी रोगों के साथ ओरल कैंसर की जांच लगातार की जा रही है। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत ओरल स्वास्थ्य को प्रोत्साहित किया जा रहा है। स्व. बिसाहूदास महंत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय सह जिला अस्पताल में ओरल कैंसर यूनिट होने से भी काफी मदद मिल रही है, जिससे ओरल कैंसर की जांच कर उनके उपचार की दिशा में व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। कीमो थेरेपी यूनिट की सुविधा प्रदान की जा रही है। ओरल फ्रैक्चर या जबड़ों के फ्रैक्चर की ट्रीटमेंट सुविधा भी उपलब्ध है।