ईरान इजराइल के बीच जारी जंग ने सोने की बढ़ाई चमक, शेयर बाजार…- भारत संपर्क
सोने की कीमतों में जारी तेजी रुकने का नाम नहीं ले रही है. यही वजह है कि निवेशक इससे अच्छा मुनाफा बना रहे हैं. ईरान-इजराइल के बीच युद्ध शुरू होने के बाद जब आज पहली बार बाजार खुला तो सोने की कीमतों में जोरदार तेजी देखी गई. 2024 में अब तक मिले रिटर्न की बात करें तो वह 15% से अधिक है. यानी पिछले तीन महीने में सोने ने FD से दोगुना रिटर्न बनाकर दिया है.
यही हाल चांदी का भी है. उसने भी लास्ट थ्री मंथ में 13% से ज्यादा का रिटर्न बनाकर दिया है. सेंसेक्स की बात करें तो यह भी पिछले तीन महीने में 15-16% का रिटर्न दे चुका है. आइए समझते हैं कि क्या सोना अभी और रिटर्न बनाने की क्षमता रख रहा है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
एक्सपर्ट का मानना है कि गोल्ड की कीमतों का सीधा कनेक्शन ब्याज दरों से होता है. जब-जब ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो सोने में गिरावट आती है. 2022 और 2023 में जब यूएस फेड ने ब्याज दरें बढ़ाई थी, तब सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई थी. हालांकि, हाल के महीनों में यूएस फेड कम आक्रामक हुआ है और दरों में कटौती के लिए तत्पर भी दिख रहा है. इससे ग्लोबल स्तर पर सोने की कीमतों में तेजी आई है. जानकारों के अनुसार, भू-राजनीतिक घटनाओं पर बाजार की प्रतिक्रिया के कारण आने वाले महीनों में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है.
कहां तक जा सकता है सोने का भाव?
डीएसपी म्यूचुअल फंड की एक रिपोर्ट कहती है कि सोने में निवेश करने का यह सही समय नहीं है. जब सोना तेजी के दौर में होता है, तो अधिक निवेशक सोने की ओर रुख करते हैं. कई निवेशक पहले से ही अधिक सोना खरीदने के लिए तैयार हो रहे हैं. हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि कीमतों में तेजी से बहकना नहीं चाहिए. जो निवेशक सोने में निवेश बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें यह समझने की जरूरत है कि इसका कोई अंतर्निहित आधार नहीं है.
अगर आपके पास पहले से ही सोना है, तो निवेश बढ़ाने की कोई जरूरत नहीं है. आप मार्केट के मूव का वेट कीजिए. फिर उसके हिसाब से अपनी गलती चाल चलिए. वैसे कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि अभी सोना 75,000 रुपए का आंकड़ा टच कर सकता है.