आधी आबादी के हक का सवाल, महिलाओं में बस इतनों को मिला है…- भारत संपर्क


भारत में महिलाओं के रोजगार की स्थिति
देश की आधी आबादी यानी 69.2 करोड़ महिलाओं में एक बड़ा हिस्सा एक्टिव एम्प्लॉयमेंट से दूर है. एक स्टडी में पता चला है कि महिलाओं की संख्या के सिर्फ 37 प्रतिशत के पास ही रोजगार मौजूद है. बाकी महिलाएं अगर काम भी करती हैं, तो वह असल में छिपी बेरोजगारी का शिकार हैं, मतलब कि उनके पास सक्रिय रोजगार नहीं है.
टैलेंट सर्विसेस देने वाली कंपनी करियरनेट ने इस बारे में एक स्टडी करके एक रिपोर्ट ‘भारत में महिला रोजगार की स्थिति’ जारी की है. इसमें देश के अंदर महिलाओं के जॉब्स से जुड़ी कई अनोखी जानकारियां सामने आई हैं.
हैदराबाद, पुणे, चेन्नई टॉप पर
रिपोर्ट के हिसाब से देश में हैदराबाद, पुणे और चेन्नई उन शहरों में शामिल हैं, जो महिलाओं को रोजगार देने में अव्वल हैं. दिल्ली-एनसीआर को छोड़कर अधिकांश शहरों में महिलाओं को नौकरी मिलने के अनुपात में बढ़ोतरी देखी गई है. जबकि दिल्ली-एनसीआर में इस मामले में गिरावट आई है.
ये भी पढ़ें
नौकरी देने के मामले में सबसे आगे हैदराबाद है और यहां 34 प्रतिशत नौकरियां महिलाओं को मिली हैं. इसके बाद पुणे में 33 प्रतिशत, चेन्नई में 29 प्रतिशत है. दिल्ली-एनसीआर में यह अनुपात 2022 की तुलना में 2 प्रतिशत गिरकर 20 प्रतिशत रह गया है.
एजुकेशन सेक्टर में बढ़िया मौका
महिलाओं के लिए एजुकेशन सेक्टर सबसे आकर्षक फील्ड में से एक है. रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स में नौकरी हासिल करने वाले न्यू एम्प्लॉइज में 40 प्रतिशत महिलाएं हैं.
एक्सपीरियंस का भी महत्व
रिपोर्ट ये भी बताती है कि 0-3 साल और 3-7 साल का एक्सपीरियंस रखने वाली महिलाओं को अपने-अपने वर्किंग सेक्टर में ऑफर की गई कुल नौकरियों में 20-25 प्रतिशत नौकरियां मिली हैं.
रिपोर्ट में एक और बात सामने आई है कि 2023 में जूनियर प्रोफेशनल लेवल और कंपनियों के एग्जीक्यूटिव बोर्ड्स में महिलाओं की भागीदारी में 2 से 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है.