गज-ग्राह की कहानी तो सुनी होगी, बिहार के इस मंदिर में मिलते हैं उसके सबूत

बिहार के सारण जिले के सोनपुर में स्थित बाबा हरिहरनाथ के मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी है. मंदिर के पुजारी ने बताया कि सावन के महीने में यहां पूरे राज्य से श्रद्धालुओं आते हैं और जलाभिषेक करते हैं. उन्होंने कहा कि बाबा हरिहरनाथ का मंदिर विश्व का एक मात्र ऐसा मंदिर हैं, जिसके गर्भगृह में भगवान शिव और भगवान विष्णु एक शिला में विराजमान है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष इंतजाम किए गए हैं.
बाबा हरिहरनाथ मंदिर के पुजारी बमबम बाबा ने कहा कि पहले गंगा नदी से लाखों श्रद्धालु पवित्र जल लेकर बाबा हरिहरनाथ मंदिर में जलाभिषेक करते हैं उसके बाद मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर में जलाभिषेक करते है. सावन में यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है. यही वजह है कि नदी के किनारे सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. साथ ही यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशान न हो इसका ध्यान रखा गया है.
चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महिला और पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग बेरिकेड बनाए गए हैं. मंदिर परिसर के चप्पे-चप्पे पर दर्जनों सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं. इसके अलावा इन सब की मॉनीटरिंग के लिए ट्रोल रूम भी बनाया गया. मंदिर परिसर में मेडिकल टीमों को भी तैनात किया गया है.
मंदिर के पुजारी ने कहा कि संध्या के समय भव्य आरती और श्रृंगार किया जाता है. काली घाट पर स्नान को लेकर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए बेरिकेडिंग की गई है. इसके अलावा स्थानीय गोताखोर, बचाव दल और पुलिस बल को तैनात किया गया है.
भगवान विष्णु ने बचाई थी हाथी की जान
ऐसा कहा जाता है कि मंदिर से कुछ ही दूरी पर कोनहारा गंडक नदी है. इस नदी में गज ( हाथी ) और ग्राह (घड़ियाल ) के बीच युद्ध हुआ था. ग्राह ने गज के पैर को पकड़ लिया था तो गज ने भगवान विष्णु को याद किया था. गज की पुकार सुनकर स्वंय भगवान विष्णु गरुड़ पर सवार होकर अवतरित हुई और ग्राह का अपने सुदर्शन चक्र से वध कर दिया था. इसके बाद ही गज की जान बच पाई थी. वहीं ये भी कहा जाता है कि जनकपुर जाते समय भगवान श्रीराम भी यहां पधारे थे. इसके भी यहां प्रमाण मिलते हैं. हाजीपुर के राम चौड़ा मंदिर के गर्भगृह में भगवान श्रीराम का पद चिन्ह है.
श्रद्धालुओं की सुरक्षा की तैयारियां पूरी
सारण जिला प्रशासन, नगर परिषद, मंदिर न्यास समिति की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. कार्तिक पूर्णिमा, गंगा स्नान, महाशिवरात्रि, देवत्थान, गंगा दशहरा, रक्षाबंधन, रामनवमी समेत अन्य अवसरों पर श्रद्धालुओं की पूजा अर्चना और दर्शन को लेकर भीड़ उमड़ती है. इस बार सावन में चार सोमवारी हैं. लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दरबार मे जलाभिषेक करेंगे और आशीर्वाद प्राप्त करेंगे.