कहानी उस LIC एजेंट की, जिसने खड़ी कर दी नंबर 1 एक्सपोर्ट…- भारत संपर्क


सोनालिका ट्रैक्टर के मालिक लक्ष्मण दास मित्तल
देश में कई लोग एक्स्ट्रा इनकम के लिए एलआईसी एजेंट बनते हैं, तो कई लोगों के लिए ये फुल टाइम प्रोफेशन होता है. लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे एलआईसी एजेंट की कहानी, जिसने अपने बिजनेसमैन बनने के सपने को कभी मरने नहीं दिया और 60 की उम्र में जब लोग रिटायरमेंट के बाद आराम की जिंदगी जीना पसंद करते हैं, तब एक ऐसी कंपनी खड़ी की जो आज देश की नंबर-1 एक्सपोर्ट कंपनी है.
यहां बात हो रही है सोनालिका ग्रुप के चेयरमैन और ओनर लक्ष्मण दास मित्तल की, जो अब 93 साल के हैं. वह भारत के सबसे उम्रदराज अरबपति जरूर हैं, लेकिन उनकी सक्सेस स्टोरी कई लोगों के लिए आज भी प्रेरणा स्रोत है. चलिए डालते हैं एक नजर उनकी कहानी पर…
लक्ष्मण दास मित्तल का स्ट्रगल
लक्ष्मण दास मित्तल ने सरकारी कॉलेज से पढ़ाई की और बाद में इंग्लिश में एमए किया. साल 1955 में उन्होंने एलआईसी एजेंट के तौर पर काम करना शुरू किया. वह एलआईसी के शुरुआती एजेंट्स में से एक थे. 40 की उम्र में उन्होंने अपने गांव में ही सोनालिका नाम से थ्रेशर्स का निर्माण करना शुरू किया.
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लेकिन जल्द ही उन्हें नुकसान उठाना पड़ा और 1970 में उनके परिवार की कुल नेटवर्थ 1 लाख रुपए रह गई. दिवालिया होने के बाद उन्होंने कई काम किए, लेकिन उन्हें सफलता मिली 1995 में आकर, जब उन्होंने सोनालिका ग्रुप के तहत ही ‘ट्रैक्टर’ बनाना शुरू किया. सोनालिका का पहला ट्रैक्टर 1996 में बाजार में बिका.
बन गई नंबर-1 एक्सपोर्ट कंपनी
देखते ही देखते ही सोनालिका ट्रैक्टर की डिमांड बढ़ने लगी. आज की तारीख में अल्जीरिया के ट्रैक्टर मार्केट में सोनालिका की 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी है. वहीं नेपाल और बांग्लादेश के मार्केट की 20 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी सोनालिका के पास है.
भारत में कंपनी 10 प्रतिशत से अधिक मार्केट शेयर रखती है और टोटल 150 से ज्यादा देशों में ट्रैक्टर और अपने फार्म इक्विपमेंट एक्सपोर्ट करती है. यही वजह है कि सोनालिका ट्रैक्टर्स को देश की नंबर-1 एक्सपोर्ट कंपनी होने का खिताब मिला हुआ है.
आज इतनी दौलत के मालिक हैं मित्तल
अगर बात लक्ष्मण दास मित्तल की दौलत की जाए जो फोर्ब्स मैगजीन के मुताबिक उनकी नेटवर्थ 2.9 अरब डॉलर (करीब 24,000 करोड़ रुपए) है. उनके बेटे अमृत सागर और दीपक मित्तल आज कंपनी के डेली ऑपरेशंस देखते हैं. वहीं उनके पोते सुशांत और रमन ने भी कंपनी में काम करना शुरू कर दिया है.