देश के 15 एयरपोर्ट का कायापलट ऐसे बदलेगा एविएशन सेक्टर की…- भारत संपर्क


एयरपोर्ट बदलेंगे देश की तस्वीर (सांकेतिक फोटो)
देश को एक साथ 15 नए या अपग्रेडेड एयरपोर्ट मिलने जा रहे हैं. इनमें दिल्ली, लखनऊ और पुणे जैसे देश के प्रमुख हवाईअड्डों के नए टर्मिनल भी शामिल हैं. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की ओर ये राष्ट्र को मिलने वाली सबसे बड़ी भेंट होगी. लेकिन इससे देश का एविएशन सेक्टर कैसे बदलेगा और आम आदमी को इससे क्या फायदा है? चलिए समझते हैं…
पीएम नरेंद्र मोदी जिन 15 एयरपोर्ट का उद्घाटन करने वाले हैं, उनमें कई एयरपोर्ट धार्मिक पर्यटन के प्रमुख स्थलों के पास हैं. ये सभी देश में धार्मिक पर्यटन को एक नई दिशा देने में मदद करेंगे. इनमें उत्तर प्रदेश के चित्रकूट, श्रावस्ती और आजमगढ़ जैसे एरिया में बन कर तैयार हुए नए एयरपोर्ट शामिल हैं. तो कर्नाटक के बेलगाम, हुबली और मध्य प्रदेश के जबलपुर एवं ग्वालियर में नए टर्मिनल का उद्घाटन भी होना है. सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी रविवार को ये सभी एयरपोर्ट राष्ट्र को समर्पित कर सकते हैं.
ऐसे बदलेगा एविएशन सेक्टर
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. अगर इसे और ग्रोथ करना है, तो अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने के साथ-साथ कनेक्टिविटी को भी मजबूत करना होगा. मोदी सरकार ने इन दोनों ही सेगमेंट पर खूब काम किया है, जो लॉन्ग टर्म में देश की इकोनॉमी को मजबूत करता है. ऐसे में एयरपोर्ट का विकास देश के अंदर कनेक्टिविटी और इंफ्रा दोनों को ही बेहतर बनाता है.
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इसके अलावा मोदी सरकार का दूसरा बड़ा फोकस देश में पर्यटन को बढ़ाने पर भी है. घरेलू स्तर पर देश में जहां धार्मिक पर्यटन की संभावनाएं बहुत हैं. वहीं इंटरनेशनल यात्रियों को आमंत्रित करने के लिए हमारे पास रामायण सर्किट, होली सर्किट, बुद्ध सर्किट जैसे कई मौके हैं. ऐसे में इन एयरपोर्ट के विकास से यहां की इकोनॉमी और कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी.
इस बीच देश की एयरलाइंस ने भी बड़े पैमाने पर एविएशन सेक्टर को बदलने की तैयारी कर ली है. एअर इंडिया, इंडिगो और आकासा एयर पिछले 12 महीनों में 1,120 नए प्लेन खरीदने के ऑर्डर दे चुके हैं.
निवेश से बढ़ेंगे रोजगार
एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल में कहा था कि सरकार ने अगले 4 साल में देश में एयरपोर्ट की संख्या को 148 से बढ़ाकर 200 करने और उनमें करीब 1 लाख करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य रखा है. इतने बड़े निवेश से देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. अगर ईटी एक खबर की मानें तो देश की सबसे बड़ी एयरपोर्ट मैनेजमेंट कंपनी अडानी ग्रुप लखनऊ एयरपोर्ट पर 3,600 रुपए निवेश कर चुका है. जबकि जीएमआर ग्रुप दिल्ली एयरपोर्ट को नया टर्मिनल देने जा रहा है. इन सभी से रोजगार बढ़ेगा.