प्रीति जिंटा के इन फैसलों ने पंजाब किंग्स की किस्मत बदली, IPL में 12 साल का… – भारत संपर्क

पंजाब किंग्स की को-ओनर प्रीति जिंटा और टीम के कप्तान श्रेयस अय्यरImage Credit source: PTI
पंजाब किंग्स का आईपीएल 2025 में शानदार सफर बरकरार है और नए कप्तान श्रेयस अय्यर के नेतृत्व में टीम का प्रदर्शन लगातार सुधर रहा है. टीम कुछ नए कमाल भी कर रही है, जिसमें इस सीजन में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ दोनों मुकाबलों में जीत अहम रही. इसमें से भी दूसरी जीत ज्यादा खास रही क्योंकि इसने पंजाब किंग्स का लंबा इंतजार खत्म कर दिया. वो भी पूरे 12 साल का. इसमें टीम की को-ओनर प्रीति जिंटा के 3 अहम फैसलों की बड़ी भूमिका रही. क्या हैं वो फैसले और कैसा इंतजार खत्म हुआ, उसके बारे में बताते हैं.
धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में रविवार 4 मई को आईपीएल 2025 का 54वां मैच खेला गया. इस सीजन में धर्मशाला के मैदान पर ये पहला ही मुकाबला था. ये मैदान पंजाब किंग्स का दूसरा होम ग्राउंड है. इससे पहले पंजाब अपने 4 होम मैच मुल्लांपुर में खेले थे. वहां भी टीम का प्रदर्शन उतार-चढ़ाव भरा रहा था. मगर सबसे ज्यादा चिंता तो धर्मशाला के मैदान की थी क्योंकि यहां टीम को पिछले कुछ मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था.
12 साल बाद पंजाब को मिली जीत
मगर इस बार ऐसा नहीं हुआ. पंजाब ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 236 रन का शानदार स्कोर बनाया. इसके जवाब में उसने लखनऊ सुपर जायंट्स को 199 रन पर ही रोक दिया. इस तरह टीम ने 37 रन के बड़े अंतर से ये मुकाबला जीत लिया और सीजन में 7वीं जीत दर्ज करते हुए पॉइंट्स टेबल में दूसरा स्थान हासिल कर लिया. मगर ये जीत इसलिए खास थी क्योंकि 12 साल के बाद धर्मशाला में टीम को मैच जीतने में सफलता मिली थी. इससे पहले टीम ने 2013 में इस मैदान पर मुंबई इंडियंस को हराया था. हालांकि इसके बाद कई साल तक यहां मुकाबले नहीं खेले गए. मगर पिछले 2 सीजन में धर्मशाला में पंजाब ने 4 मैच खेले और चारों में उसे शिकस्त ही मिली थी.
प्रीति जिंटा के 3 फैसले, जिन्होंने बदली किस्मत
पंजाब का ये इंतजार खत्म करने में टीम की को-ओनर प्रीति जिंटा और उनकी मैनेजमेंट के 3 फैसलों का बड़ा रोल था. इसमें सबसे पहला तो प्रभसिमरन सिंह को रिटेन करना था, जिन्हें कई अनुभवी इंटरनेशनल खिलाड़ियों पर तरजीह देकर मेगा ऑक्शन से पहले टीम में बनाए रखा गया. प्रभसिमरन ने इस पूरे सीजन में इस फैसले को सही ठहराया है. इस मैच में भी युवा ओपनर ने ताबड़तोड़ 91 रन की पारी खेली और टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया.
दूसरा फैसला था ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज रिकी पॉन्टिंग को टीम का हेड कोच नियुक्त करना. पॉन्टिंग इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स के साथ थे और वहां उनके रहते हुए टीम का प्रदर्शन सुधरा था. खास तौर पर श्रेयस अय्यर के साथ उनकी जोड़ी पहले भी बेहतरीन रही थी और इस बार भी ये दिख रहा है. साथ ही पॉन्टिंग की सलाह ने ही इस सीजन में प्रभसिमरन को लंबी-लंबी पारियां खेलने में मदद की है.
तीसरा और सबसे अहम फैसला था श्रेयस अय्यर के लिए 26.75 करोड़ रुपये खर्च करना. पंजाब ने मेगा ऑक्शन में स्टार बल्लेबाज पर मोटी रकम खर्च की और अपनी टीम में शामिल किया. अय्यर की कप्तानी में ही पिछले सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स ने खिताब जीता था. अब उनकी कप्तानी में पंजाब भी शानदार प्रदर्शन कर रही है. साथ ही खुद अय्यर बल्ले से कमाल कर रहे हैं. इस मैच में भी अय्यर ने 25 गेंदों में ही ताबड़तोड़ 45 रन कूटे थे.
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