झूठे हैं ये लोग…टीम इंडिया पर उठे सवाल, भारतीय विकेटकीपर ने ही लगाई फटकार – भारत संपर्क
जायसवाल के विकेट पर विवाद मच गयाImage Credit source: PTI
पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी ही जमीन पर टेस्ट सीरीज में बुरी तरह हार और अब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर लगातार बिगड़ता प्रदर्शन. टीम इंडिया मैदान पर अपने प्रदर्शन से हर किसी के निशाने पर है. मेलबर्न टेस्ट में हार के साथ ही टीम इंडिया बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पिछड़ गई है और उसका वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचना बेहद मुश्किल नजर आ रहा है. एक तरफ कप्तान रोहित शर्मा समेत ज्यादातर भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं अब उन्हें सरे आम झूठा करार दे दिया गया है. टीम इंडिया पर ये आरोप किसी विदेशी ने नहीं, बल्कि पूर्व भारतीय विकेटकीपर सुरिंदर खन्ना ने लगाया है.
मेलबर्न टेस्ट के पांचवें और आखिरी दिन टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा. ऑस्ट्रेलिया से मिले 240 रन के लक्ष्य के जवाब में टीम इंडिया सिर्फ 155 रन पर ढेर हो गई और 184 रन के बड़े अंतर से मुकाबला हार गई. भारतीय टीम की हार के बीच बड़ा बवाल अंपायरों के फैसलों को लेकर हुआ. पहले यशस्वी जायसवाल और फिर आकाश दीप के विकेट को लेकर थर्ड अंपायर के फैसले पर भारतीय दिग्गजों ने और फैंस ने सवाल उठाए.
झूठे हैं ये लोग, साफ क्रिकेट खेलो
दोनों ही मामलों में गेंद के बल्ले से लगने पर स्नीकोमीटर में साफ हरकत नजर नहीं आई लेकिन फिर भी थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट दिया. इन फैसलों ने बड़े विवाद को जन्म दे दिया और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज ने तो थर्ड अंपायर पर ही भड़ास निकाली. मगर इन सबसे अलग पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरिंदर खन्ना ने तो भारतीय खिलाड़ियों को ही झूठा बता दिया. एक इंटरव्यू में खन्ना ने इन विवादों को बेतुका बताया. जायसवाल के मामले पर उन्होंने कहा, “उन्होंने चार एंगल से दिखाया कि गेंद ग्लव्स से लगी थी और विकेट के पीछे एलेक्स कैरी के पास जाते हुए इसकी स्पीड भी कम हो गई थी.”
इसके बाद उन्होंने आकाश दीप के विकेट पर बात की और सबको झूठा बताते हुए साफ सुथरा क्रिकेट खेलने की नसीहत दे डाली. उन्होंने कहा, “आकाश दीप भी जब कैच आउट हुए तो उन्होंने भी शिकायत की. झूठे लोग हैं ये. पहले आपको साफ क्रिकेट खेलना चाहिए और तभी आप जीतोगे. जब आपके हाथ में बैट होता है तो आपको ये कैसे पता नहीं चलता कि गेंद लगी है या नहीं? हमने बुरा क्रिकेट खेला और हम हारे. वो कैसी बैटिंग कर रहे थे?”
क्या है विवाद की सच्चाई?
जहां तक दोनों फैसलों के विवाद का सवाल है तो सच्चाई यही है कि जायसवाल और आकाश दीप आउट थे. दोनों को लेकर थर्ड अंपायर का फैसला सही था. जायसवाल के ग्लव से गेंद लगी थी और उसने अपनी दिशा बदली थी. हालांकि स्नीको पर इसको लेकर स्पष्ट नजर नहीं आया लेकिन ऐसे मामलों में थर्ड अंपायर अपने विवेक से फैसला ले सकता है. इसी तरह आकाश दीप के बल्ले के पास से जब गेंद गुजरी तो स्नीकोमीटर पर कोई हरकत नहीं हुई थी लेकिन गेंद के पैड पर लगने से पहले स्नीकोमीटर हिला था. साथ ही बल्ले के किनारे पर गेंद का लाल रंग का निशान भी लगा था. ऐसे में थर्ड अंपायर ने फैसलों को ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में दिया.