साढ़े तीन साल तक अंधेरे में…कामयाबी की कीमत चुकाकर इस एक्टर ने ऐसे ली थी… – भारत संपर्क
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इस एक्टर ने बॉलीवुड में मारी थी धांसू एंट्री
बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक कई बड़े दिग्गज सितारे हैं. लेकिन वो यूं ही दिग्गज नहीं बन गए. उन्होंने अपने करियर के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया और तब जाकर आज वो इस मुकाम पर हैं. चलिए आज हम आपको एक ऐसे एक्टर की कहानी बताते हैं, जिसके बारे में हर उस शख्स को पता होना चाहिए जो एक्टर बनने का सपना लेकर किसी छोटे से शहर से मुंबई का रुख करता है. उस एक्टर का नाम है रणवीर सिंह. आज के दौर में भले ही रणवीर करोड़ों की संपत्ति के मालिक हों, लेकिन एक वक्त पर वो भी फिल्मों के लिए भटके हैं.
रणवीर सिंह को बॉलीवुड के उन स्टार्स में गिना जाता है, जो कि हर किरदार में आसानी से घुस जाते हैं और उसे इस तरीके से निभाते हैं जैसे कि वो किरदार उनके लिए ही बनाया गया हो. आज भले ही रणवीर सिंह के साथ काम करने वालों की कमी नहीं हैं, लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब उनको कोई फिल्में नहीं देना चाहता था.
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मुश्किलों भरा रहा स्ट्रगल पीरियड
रणवीर सिंह ने क्लास 10वीं में सोच लिया था कि उनको एक्टर बनना है. वो चाहते थे कि वो एक दिन हिंदी फिल्मों के बड़ा हीरो बन जाएं. एक समय पर वो हायर स्टडीज के लिए विदेश चले गए थे और वहां से वापस मुंबई लौटने के बाद उन्होंने पूरी कोशिश की कि किसी तरह से एक्टर बन जाएं. एक्टर बनने के लिए उन्होंने हर मुमकिन कोशिश की. एक इंटरव्यू के दौरान रणवीर ने अपने रिजेक्शन और एक्टिंग पर बात की थी. उन्होंने बताया था कि उनका स्ट्रगल पीरियड मुश्किलों भरा रहा है.
साढ़े तीन साल अंधेरे में चलाए तीर
रणवीर ने बताया था, “मैं करीब साढे़ तीन साल तक सिर्फ अंधेरे में तीर चला रहा था. मैं अलग-अलग चीजें ट्राई कर रहा था और ब्रेक पाने के लिए अलग-अलग रास्तों की तलाश में था. मुझे कामयाबी की कीमत चुकानी पड़ी है.” रणवीर ने साल 2010 में फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ से डेब्यू किया था. रणवीर की ये फिल्म इतनी सफल रही कि इनको दोबारा भटकने की जरुरत नहीं पड़ी.