जानबूझकर एनाकोंडा का शिकार बन गया था ये शख्स, बताई इसके पीछे की अजीब वजह | Man…


जानबूझकर एनाकोंडा का शिकार बना शख्स (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)
सांपों को देखते ही अक्सर लोगों के शरीर में सिहरन पैदा हो जाती है, क्योंकि इन्हें दुनिया के सबसे खतरनाक जीवों में से एक माना जाता है. कई सांप तो इतने जहरीले होते हैं कि काट लें तो पलभर में इंसान की मौत हो जाए. वहीं, कई सांप बिना जहर वाले भी होते हैं, लेकिन फिर भी वो बड़े ही खतरनाक होते हैं. इनमें अजगर और एनाकोंडा जैसे सांप शामिल हैं. इन सांपों के चंगुल में फंसने का मतलब ही होता है जान से हाथ धो बैठना, पर जरा सोचिए कि क्या कोई जानबूझकर खुद को किसी विशालकाय एनाकोंडा के हवाले कर सकता है? आजकल ऐसा ही एक मामला काफी चर्चा में है, जिसने लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए हैं.
दरअसल, अमेरिकी संरक्षणवादी और लेखक पॉल रोसोली ने कुछ साल पहले एक ऐसी घटना को अंजाम दिया था, जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया था. हाल ही में लैडबाइबल नामक वेबसाइट को दिए एक इंटरव्यू में पॉल ने बताया कि साल 2014 में अमेजन के जंगलों के बीचों-बीच उन्होंने खुद को एक विशालकाय एनाकोंडा के हवाले कर दिया था, जिसे डिस्कवरी चैनल पर भी दिखाया गया था. इस स्टंट ने हर किसी को अचंभित कर दिया था.
खुद की जान क्यों डाली थी खतरे में?
पॉल ने बताया कि एनाकोंडा ने उन्हें इतनी मजबूती से जकड़ रखा था कि उनकी पसलियों पर बहुत ज्यादा दबाव महसूस हो रहा था. ऐसा लग रहा था जैसे उनकी पसलियां अभी टूट जाएंगी. आखिरकार उन्हें अपने इस स्टंट को रोकना पड़ा था, क्योंकि अगर कुछ और मिनट भी अगर वो एनाकोंडा के चंगुल में रहते तो उनकी जान चली जाती. उनके दोस्त जेजे ने उनकी जान बचाई थी. पॉल के मुताबिक, उन्होंने खुद की जान खतरे में इसलिए डाली थी, ताकि वो दुनिया को एक संदेश दे सकें और ये संदेश पर्यावरण से जुड़ा था.
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पर्यावरण को बचाना है जरूरी
पॉल ने बताया कि उन्होंने अमेजन के जंगलों में रहने वाले जनजातियों के साथ काम करते हुए दो दशक से अधिक समय बिताया, क्योंकि शहर में रहना उन्हें अच्छा नहीं लगता था. उनका एकमात्र लक्ष्य धरती पर मौजूद जंगलों की रक्षा करना था. उन्होंने बताया कि स्वदेशी जनजाति अमेजन वर्षावन की रक्षा करने की पूरी कोशिश कर रही है, लेकिन शहरों में रहने वाले लोग ये भूल गए हैं कि स्वस्थ पर्यावरण के बिना दुनिया विनाश की ओर बढ़ सकती है. इसीलिए उन्होंने लोगों का ध्यान इस ओर आकर्षित करने के लिए खुद की जान खतरे में डाली थी और लोगों को ये संदेश दिया था कि जंगलों को बचाएं, ताकि पर्यावरण सुरक्षित रहे.