हार्ट ट्रांसप्लांट के बाद 39 साल से जिंदा है ये शख्स, बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड |… – भारत संपर्क

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हार्ट ट्रांसप्लांट के बाद 39 साल से जिंदा है ये शख्स, बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड |… – भारत संपर्क
हार्ट ट्रांसप्लांट के बाद 39 साल से जिंदा है ये शख्स, बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

हार्ट ट्रांसप्लांट

अगर किसी व्यक्ति का हृदय बिलकुल भी ठीक से काम न कर पा रहा हो तो ऐसे में हार्ट ट्रांसप्लांट के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचता. अगर ट्रांसप्लांट हो भी जाए तो एक सवाल का जवाब सभी जानना चाहते हैं कि वो व्यक्ति कितने सालों तक एक सामान्य जीवन जी सकता है? कोई कहता है 5 साल, 10 साल तो कुछ एक्सपर्टस का कहना है 16 साल. लेकिन नीदरलैंड के नागरिक हैं- बर्ट जैनसेन उन्होंने इन सारे दावों को पलट दिया है. बर्ट जैनसेन ने सबसे लंबे समय 39 साल 100 दिन तक जीवित रहने वाले ट्रांसप्लांट मरीज के रूप में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है.

बर्ट जैनसेन को जब पता चला कि उन्हें दिल की गंभीर बीमारी है तब साल 1984 का था. वो सिर्फ 17 वर्ष के थे. बीमारी का नाम था कार्डियोमायोपैथी. दिल के मांसपेशियों की बीमारी जो हार्ट के लिए शरीर के चारों ओर खून पंप करना मुशकिल बना देती है. डॉक्टर ने जांच करने के बाद तो कह दिया कि जैनसन के पास जीने के लिए सिर्फ 6 महीने ही है पर 40 साल बाद वह इस बात का सबूत हैं कि हार्ट ट्रांसप्लांट के साथ लंबे समय तक जीवित रहना बिल्कुल संभव है.

दो लोंगो के अंगदान ने जैनसन को जीवनदान दिया

जैनसेन कहते हैं कि वो लोगों के लिए एक उदाहरण बनना चाहते हैं. साल 1984 को जब डचमैन को अपनी बीमारी के बारे में पता चला तब नीदरलैंड में हार्ट ट्रांसप्लांट करने की पर्याप्त तकनीक मौजूद नहीं थी. इसलिए हृदय रोग विशेषज्ञ अल्बर्ट मैटार्ट ने बर्ट जैनसेन को इंग्लैंड के हेयरफील्ड अस्पताल में रेफर कर दिया. उसके कुछ सालों बाद एक दुखद कार दुर्घटना हुई जिसमें दो युवा वयस्कों की मृत्यु हो गई. उन दोनों के अंगदान की वजह से जैनसन की उसी साल जून में ट्रांसप्लांट सर्जरी हुई. जीवन-रक्षक ऑपरेशन मैगडी याकूब ने किया था. जैनसन एकदम फिट हैं लेकिन हृदय संबंधी दवा के साइड एफेक्टस की वजह से उन्हें अपनी गति धीमी करनी पड़ी है.

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इससे पहले इस व्यक्ति के नाम था वर्ल्ड रिकॉर्ड

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने ट्रांसप्लांट के बाद 39 साल और 100 दिन तक जीवित रहने की जैनसेन की उपलब्धि को आधिकारिक तौर पर मान्यता दी है. गिनीज के मुताबिक पिछला रिकॉर्ड 34 साल और 359 दिन का था, जो 2021 में कनाडाई हेरोल्ड सोकिरका के नाम था. डॉक्टर का कहना है कि प्रत्यारोपण मरीजों को स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने और सक्रिय रहने की आवश्यकता है. मिस्टर जानसेन ने यही किया जिसकी वजह से वो इतने लंबे साल तक जीने में सक्षम रहे.

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