इस बरसात फैलेगी हरियाली, रोपे जाऐंगे 5 लाख 300 पौधे, छह रेंज…- भारत संपर्क
इस बरसात फैलेगी हरियाली, रोपे जाऐंगे 5 लाख 300 पौधे, छह रेंज के 740 किसानों की खाली जमीन पर होगा पौधरोपण
कोरबा। शासन द्वारा मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना शुरू की गई थी। इस योजना का नाम बदलकर किसान वृक्ष मित्र योजना कर दी गई है। योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की खाली पड़े जमीन पर पौधरोपण कर हरियाली लाना है, ताकि पर्यावरण की सुरक्षा व संरक्षण किया जा सके। इसके लिए शासन की ओर से वनविभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुख्यालय द्वारा योजना के तहत पौधरोपण करने वनमंडल कार्यालयों को लक्ष्य प्रदान किया जाता है। इस बार भी कोरबा व कटघोरा वनमंडल को किसान वृक्ष मित्र योजना के तहत लक्ष्य प्रदान किया गया है। यदि कोरबा वनमंडल की बात करें तो योजना के तहत पौधरोपण का लक्ष्य 5 लाख 300 है। इस लक्ष्य को पाने विभागीय अधिकारियों ने पहले ही कवायद शुरू कर दी थी।
ऊर्जाधानी कोरबा में प्रदूषण का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। औद्योगिकीकरण के लिए हरियाली खत्म हो रही है। ऐसे में पर्यावरण की सुरक्षा व संरक्षण को लेकर व्यापक पैमाने पर हर साल पौधरोपण किया जाता है। वन विभाग बड़े भूखंड को ग्रीन जोन में तब्दील करती है। इस बार भी विभाग ने किसानों की खाली पड़ी जमीनों पर पौधरोपण की कवायद शुरू कर दी है। कोरबा वनमंडल में किसान वृक्ष मित्र योजना के तहत 5 लाख 300 पौधे रोपे जाऐंगे। इसके लिए छह रेंज के 740 किसानों ने अपनी सहमति दे दी है।वनमंडल के अंतर्गत आने वाले कोरबा, करतला, कुदमुरा, पसरखेत, बालको व लेमरू रेंज में वन कर्मियों ने सर्वे का कार्य शुरू कर दिया था। किसानों को योजना के तहत पौधरोपण करने व इससे होने वाले फायदे से अवगत कराया गया। वनकर्मियों के लगातार प्रयास के बाद छह रेंज के 740 किसानों ने योजना के तहत पौधरोपण करने अपनी सहमती दे दी है। किसानों से मिली सहमति के आधार पर विभाग ने साधारण सागौन के अलावा टिशु कल्चर बांस व क्लोनल नीलगिरी के पौध भी मंगा लिए है। जैसे जैसे किसान पौधरोपण की तैयारी पूरी करेंगे, विभाग द्वारा पौधों का वितरण कर दिया जाएगा। किसान वन कर्मियों की देखरेख में पौधे का रोपण करेंगे। कमोबेश कटघोरा वनमंडल में भी योजना के तहत पौधरोपण किया जाएगा। शासन किसान वृक्ष मित्र योजना चला रही है। योजना के तहत टिशु कल्चर व क्लोनल पौधों के रोपण को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। इन पौधों को रोपने ने न सिर्फ पर्यावरण की सुरक्षा व संरक्षण किया जा सके, बल्कि किसान दोगुना मुनाफा भी कमा सकेंगे। वन विभाग की ओर से पौधे उपलब्ध कराए जाऐंगे। इसके लिए किसानों को कहीं भागदौड़ करने की आवश्यकत्ता नहीं है। वे सीधे वनकर्मियों से संपर्क कर सकते हैं।
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अगले तीन साल तक चलेगी प्रक्रिया
किसान वृक्ष मित्र योजना में प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान रखा गया है। किसानों को पौधरोपण के लिए तमाम तैयारियां करनी होगी। विभाग द्वारा पौधरोपण पूरा होने पर किसान के खाते में प्रति पौधे दस रूपए की दर से राशि जमा करा दिया जाएगा। यह प्रक्रिया अगले तीन साल तक चलेगी, लेकिन हर बार जीवित पौधों की संख्या के आधार पर कटौती उपरांत राशि प्रदान किया जाएगा।