अमेरिका का एक B-2 बॉम्बर हुआ लापता! इस रिपोर्ट ने बढ़ाई चिंता, ईरान का हाथ या कोई और… – भारत संपर्क

अमेरिका ने ईरान पर बंकर बस्टर बम से हमला किया था इस मिशन को ऑपरेशन मिडनाइट हैमर नाम दिया गया था. अब एक रिपोर्ट में दावा है कि इसी मिशन के दौरान अमेरिका का एक बॉम्बर लापता हो गया था. सवाल है कि ईरान पर बम बरसाने निकला बॉम्बर कहां गायब हो गया, क्या ईरान एयर डिफेंस से एक बॉम्बर को गिराने में कामयाब हो गया और अब इसलिए बार बार अमेरिका को चुनौती दे रहा है और परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का ऐलान कर रहा है.
इस बीच एक एयरपोर्ट पर अमेरिकी बॉम्बर नजर आया है इसलिए ये भी कहा जा रहा है कि अमेरिका का विमान सुरक्षित है. क्या है पूरी मिस्ट्री, क्या ईरान इतना ताकतवर कि उसने B-2 बॉम्बर भी गिरा दिया है. हालांकि सच किसी को नहीं पता है, कुछ खबरों मे दावा किया गया है B-2 बॉम्बर लापता है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या अमेरिका का ये सीक्रेट मिशन बहुत बड़े नुकसान की वजह बना हैं.
रिपोर्ट के बाद उठे सवाल
अब एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसी ऑपरेशन के लिए टेक ऑफ करने वाला b-2 बॉम्बर बेस पर वापस नहीं लौटा है.
रिपोर्ट में अमेरिका के एक बॉम्बर के गायब होने का दावा किया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक ईरान पर हमले के लिए 2 ग्रुप बनाए गए थे,
एक ग्रुप का काम ईरान को चकमा देना था और दूसरे का काम ईरान पर हमला करना था.
अब दावा किया जा रहा है कि इसी दो ग्रुप में से एक बॉम्बर वापस नहीं लौटा है. स्टेल्थ तकनीक वाले b-2 बॉम्बर को रडार से ट्रैक करना बेहद मुश्किल है. इसलिए ऐसे विमान एयर डिफेंस से गिराए नहीं जा सकते. फिर सवाल है कि बॉम्बर कहां गया? एक्सपर्ट्स के मुताबिक B-2 बॉम्बर का रेडियो स्विच ऑफ हो सकता है, इसलिए B-2 बॉम्बर की लोकेशन नहीं ली जा सकती है. एक्सपर्ट्स को अंदेशा है कि अमेरिका एक बॉम्बर को किसी सीक्रेट जगह पर तैनात कर सकता है.
रिपोर्ट पर अमेरिका ने क्या कहा?
इस मीडिया रिपोर्ट को लेकर अमेरिका की तरफ से किसी तरह की सफाई नहीं दी गई है. लेकिन इसी B-2 बॉम्बर से जुड़ी एक तस्वीर और खबर आई है, होनुलुलु से B-2 बॉम्बर का एक वीडियो एक पूर्व पायलट डेविट मार्टिन ने पोस्ट की है. यहां b-2 बॉम्बर टैक्सी वे पर बंधा हुआ नजर आ रहा है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि अमेरिकी बॉम्बर ने इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी.
अब सवाल है कि क्या यही वो बॉम्बर है जिसके लापता होने की बात कही गई है. अमेरिका के B-2 बॉम्बर को ट्रैक करना बेहद मुश्किल है और इसका हर ऑपरेशन बेहद सीक्रेट रहता है. जिसके वजह से यह सवाल अनसुलझी पहेली बने हुए है.