‘जो ताकतवर नहीं होते हैं, वही ताकत होने का दिखावा करते हैं’, … जीतन राम…


जीतन राम मांझी, चिराग पासवान
केंद्रीय मंत्री और हम पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इशारों ही इशारों में केंद्रीय मंत्री और लोग जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रमुख चिराग पासवान पर हमला बोला है. दिल्ली में अपने मंत्रालय के एक प्रोग्राम में मांझी ने कहा कि जो अपने आप को ताकतवर दिखाते हैं. दरअसल वह ताकतवर नहीं होते हैं. जो ताकतवर होते हैं वह समय आने पर अपने आप को दिखाते हैं.
उनके इस बयान को सीधे तौर पर चिराग पर निशाना माना जा रहा है. मांझी ने आगे कहा कि हमने बिहार के कई जिलों में अपनी ताकत दिखाई है. हमारे बुलाने पर लाखों लोग चले आते हैं और कई लोग मैनेज करके लोगों को बुलाते हैं. समय आएगा तो हम दिखा देंगे की जनता कहां और क्या समर्थन करती है? हम अनुशासन में रहना जानते हैं.
NDA में अनुशासन बना रहे, हम यही चाहते
उन्होंने कहा कि 2024 में कहा गया था दो लोकसभा की सीटें और एक राज्यसभा की सीट दी जाएगी. मगर हमें मिला क्या? लेकिन हमने कुछ नहीं कहा. हम अनुशासित रहे. हम चुप रहे. हम यही चाहते हैं कि एनडीए में अनुशासन बना रहे. नीतीश कुमार और एनडीए की सरकार चलती रहे. बिहार और देश का विकास होता रहे. हमने गया, जहानाबाद, जमालपुर, राजधानी के गांधी मैदान में और पूर्णिया में अपनी ताकत दिखाई है.
मांझी यहीं नहीं रुके, उन्होंने यह भी कहा कि कोई अगर कहता है कि हमें इतनी सीटें चाहिए तो उनको वही मुबारक है. हम वैसे नहीं है. जब हम इमामगंज से चुनाव लड़े तो कुछ लोग वहां जाने से मुकर गए. हमारी तैयारी हर सीट पर है. हम कहीं चुनाव लड़ेंगे और कहीं चुनाव लड़ने में सहयोग करेंगे. मेरा प्रयास यही है कि एनडीए को ज्यादा से ज्यादा सीटें मिले.
इमामगंज उपचुनाव को लेकर छलका दर्द
दरअसल, जीतन राम मांझी का दर्द इमामगंज उपचुनाव को लेकर के भी छलक गया. उन्होंने कहा कि हम उन लोगों में से नहीं है. हम सीधे जाएंगे और लोगों से कहेंगे कि एनडीए को वोट कीजिए और एनडीए को जिताइए. हम सभी सीधे-सीधे राजनीति करने जानते हैं. एनडीए जिंदाबाद और नीतीश कुमार जिंदाबाद रहे. पिछले साल राज्य में जिन चार विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे. उनमें इमामगंज सीट भी थी.
इस सीट पर हम पार्टी की तरफ से जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी अपनी दावेदारी को पेश कर रही थी. तब यह बात भी सामने आई थी कि चिराग पासवान ने इस सीट पर चुनाव प्रचार करने से मना कर दिया था. हालांकि, तब चिराग पासवान की पार्टी की तरफ से यह कहा गया था कि इस विधानसभा क्षेत्र में जितने भी उनकी पार्टी के कार्यकर्ता है. सबको यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि वह एनडीए प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने में मदद और मेहनत करें.