फेमस होने के लिए युवकों ने यूपीएससी क्रैक करने की फैला दी…- भारत संपर्क

लोग मशहूर होने के लिए क्या कुछ नहीं करते, लेकिन कहते हैं ना नकल के लिए भी अकल की जरूरत होती है। यह न होने पर उनकी चोरी पकड़ी जाती है। मुंगेली में भी ऐसा ही एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक दिन पहले यूपीएससी का रिजल्ट डिक्लेअर हुआ तो प्रदेश में यूपीएससी क्रैक करने वालों को बधाई और शुभकामनाएं मिलने का तांता लग गया। मुंगेली के कुछ सरफिरो को लगा कि वे भी झूठी खबर फैला कर सस्ती लोकप्रियता हासिल कर सकते हैं, इसलिए इन लोगों ने ऐसी खबर फैलाई कि बधाई देने वालों का तांता लग गया। यहां तक की मीडिया कर्मी भी उनके घर पहुंच गए । हद तो तब हो गई जब खुद कलेक्टर मिठाई खिलाने घर आ गए। लेकिन इस युवक ने कलेक्टर से ऐसा कुछ कह दिया की पोल खुल गई।
ग्राम सूरीघाट में रहने वाले मनोज कुमार पटेल के साथ उसके दोस्त श्रवण कुमार साहू और राजेंद्र साहू ने मजाक मजाक में यूपीएससी क्रेक होने की सूचना तहसीलदार अंकित राजपूत को भेज दी। जिन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए जानकारी पटवारी पल्लवी भास्कर को दी। पटवारी पल्लवी भास्कर बधाई देने युवक के घर पहुंच गई और उन्होंने तहसीलदार से मिलवाने को कहा। इधर इसकी खबर मीडिया कर्मियों को भी लग गई तो वे भी मिलने घर तक पहुंच गए। खबर फैली तो कलेक्टर राहुल देव भी बधाई देने मनोज कुमार पटेल के घर पहुंचे और उन्हें मिठाई खिलाई लेकिन इसी दौरान बेवकूफ मनोज पटेल ने कलेक्टर से ही पूछ लिया कि यूपीएससी क्लियर करने में कितना इनाम मिलेगा। इससे ही कलेक्टर को उस पर शक हो गया और उन्होंने मनोज से इनाम देने के बहाने एडमिट कार्ड मांग लिया, लेकिन झूठा मनोज कहां से एडमिट कार्ड दे पाता, इससे उसकी पोल खुल गई। तहसीलदार ने मौके पर जांच की तो मनोज ने स्वीकार कर लिया कि उसने झूठ बोला था। उसने बताया कि उसने प्रीलिम्स तो दिया था लेकिन क्रैक नहीं कर पाया। इसके बाद पुलिस को बुलाकर मनोज पटेल के खिलाफ धारा 419, 34 के तहत एफआईआर दर्ज कर दिया। साथ ही उसके दोस्तों को भी गिरफ्तार कर लिया है। पता चला कि मनोज पहले भी धोखाधड़ी कर चुका है और उसने एक शख्स से 2 लाख रुपये हड़प लिए थे।
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